
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रगति मैदान के भारत मंडपम में अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शुरू हुआ। इस समागम के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने नई एजुकेशन पॉलिसी को बढ़ावा देने का गहन मंथन किया।
पीएमश्री योजना का शुभारंभ
इसी अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने ‘पीएमश्री योजना’ (PM SHRI Scheme) के तहत धनराशि की पहली किस्त जारी की। इस योजना के तहत शिक्षा में तैयार होने वाले छात्रों को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का लक्ष्य है। पीएम मोदी के इस प्रयास से छात्र एक समतापूर्ण, समावेशी, और बहुलवादी समाज के निर्माण में सक्रिय भागीदार बनेंगे।
विमोचन और चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने शिक्षा और कौशल पाठ्यक्रम की 12 भारतीय भाषाओं में अनुवादित किताबों का विमोचन भी किया। इसके साथ ही, दो दिवसीय कार्यक्रम में विभिन्न विषयों पर चर्चा का भी आयोजन हुआ। इसमें शिक्षा विद्यापीठों, नीति निर्माताओं, शिक्षकों, छात्रों, उद्योग प्रतिनिधियों और शिक्षा के विशेषज्ञों ने अपने अनुभवों और सफलता की कहानियों को साझा किया।
एनईपी-2020 के महत्व
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनईपी-2020 को लॉन्च किया गया था, जिसका उद्देश्य छात्रों को बुनियादी मानवीय मूल्यों पर आधारित रखकर उन्हें भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना था। इस नीति के लागू होने से शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव आया और छात्रों को नागरिक और काबिल बनाने में मदद मिली।
पीएम मोदी के उत्साहभरे समागम में सोलह सत्र शामिल हुए, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। यह समागम शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन को प्रोत्साहित करता है और आगे के कार्यक्रमों की रणनीतियों का विकास करता है।
इस अखिल भारतीय शिक्षा समागम में शिक्षा सम्बंधी विभिन्न विषयों पर चर्चा और नई एजुकेशन पॉलिसी के बढ़ावे का उद्घाटन किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विमोचित किताबें और विभिन्न विषयों पर चर्चा के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में गहन मंथन का संदेश मिलता है।