K.Sharda: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की दिव्यांग शिक्षिका के. शारदा को 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर राष्ट्रपति शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। खेदामारा सरकारी स्कूल की शिक्षिका के. शारदा ने बच्चों को शिक्षित करने के लिए क्यूआर कोड वाली गणित की पुस्तिका तैयार की हैं। इसके साथ ही उन्होंने बच्चों को सीख देने के लिए नैतिक शिक्षा पर भी पुस्तकें लिखी है। के शारदा को पढ़ाई को रुचिकर बनाने के लिए किए गए काम के लिए यह सम्मान दिया गया है।
पढ़ाने का डिजिटल तरीका
के शारदा ने नैतिक शिक्षा देने के लिए कहानियों पर आधारित पुस्तकें लिखी है। बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ाने के लिए उन्होंने डिजिटल सामाग्री का उपयोग किया। बच्चों को गणित के उत्तर सिखाने के लिए खेल-खेल में पढ़ाई का तरीका इजाद किया। उन्होंने अपनी वेबसाइट भी बनाई है जिसमें ब्लॉगिंग के साथ-साथ वीडियो भी उपलब्ध होते हैं। वीडियो के जरिए बच्चे आसानी से चीजों को सीख और पढ़ सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने आरगुमेंटेड रीयल्टी बेस्ड टीचिंग के साथ ही डिजिटल टीएलएम यानी टीचींग लर्निंग मटेरियल को भी पढ़ाई का जरिया बनाया है।
मोहल्ला कक्षाओं की शुरुआत
शिक्षिका के शारदा ने ऑनलाइन और मोहल्ला कक्षाओं के जरिए लोगो को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कोविड के दौरान ऑनलइन पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की वेबसाइट cgschool.in पर 270 से ज्यादा वीडियो अपलोड किया। उन्होंने नैतिक शिक्षा पर लिखी कहानियों को इंग्लिश, छत्तीसगढ़ी और हल्बी भाषा में अनुवाद किया है।
मिल चुका है राज्यपाल पुरस्कार
खेल-खेल में पढ़ाई के तरीके अपनाने के लिए के शारदा को 2023 में राज्य स्तर पर मिलने वाले शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें तत्कालीन राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन के हाथों राज्यपाल पुरस्कार दिया गया था।