नेत्रहीन शिक्षक बदल रहे हैं स्टूडेंट्स की जिंदगी, कभी खाने के भी नहीं होते थे पैसे!

Chhattisgarh Inspiration: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का सूरजपुर जिला कई मामलों में खास है, ये जगह भगवान श्री राम के आगमन के लिए जानी जाती है साथ ही कई पौराणिक और ऐतिहासिक धरोहर भी यहां मौजूद है। यहीं पर रहते हैं प्रोफेसर बुधलाल (Inspiration)। जिनका जीवन काफी मुश्किलों से भरा था लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और आज अपने दम पर अपने लिए एक मुकाम तय किया है वो कई बच्चों का भविष्य संवार रहे हैं। बड़ी बात ये है कि प्रोफेसर बुधलाल जन्म से ही देख नहीं सकते हैं। बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

पढ़ाने का अंदाज है निराला

 बुधलाल भले ही देख नहीं सकते हैं लेकिन उनके पढ़ाने के अंदाज से ऐसा लगता है कि उन्होंने खुद पर काफी मेहनत की है। बुधला सूरजपुर के रेवती नारायण मिश्रा कॉलेज में सहायक प्रोफेसर के पद पर सेवा दे रहे हैं। दूसरे प्रोफेसरों की तरह ही वे सामान्य टीचर हैं लेकिन उनके पढ़ाने के इनोवेटिव तरीके (Innovative ways of teaching) की वजह से वे अपने छात्रों के बीच काफी पॉपुलर हैं।

काफी मुश्किलों से भरा था सफर

सूरजपुर जिले में रहने वाले बुधलाल बचपन से ही देख नहीं सकते हैं। बचपन में ही उनके पिता गुजर गए और उन्होंने गरीबी में अपना जीवन बिताया। गांव में एक गरीब मां के साथ नेत्रहीन बच्चे की जिंदगी काफी मुश्किल होती है। लोग कहते थे कि बुधलाल (Inspiration) को भीख मांगने के लिए सिखाना चाहिए इससे उन्हें गुजारा करने में आसानी होगी। उनके जीवन में कई समस्याएं आईं लेकिन इन्होंने सभी चुनौतियों का सामना डटकर किया।

बहुत मुश्किल से पूरी की पढ़ाई

बुधलाल कहते हैं कि गांव में लोग अच्छी और बुरी दोनों सलाह देते थे। वे कहते थे कि बच्चे की पढ़ाई छोड़कर गाना गाना सीख लो, भीख मांगना सीखने से जीवन आसान होगा (Inspiration)। ऐसी बातों के बीच बुधलाल ने अपनी पढ़ाई जारी रखी उन्होंने अपना खर्चा चलाने के लिए भीख भी मांगी। 10वीं तक बुधलाल को नहीं पता था कि उन्हें क्या करना है लेकिन उन्हें पढ़ना पसंद था। वो जानते थे कि शिक्षा से ही उनका जीवन बदल सकते हैं।

2007 में जीवन को मिली नई जिंदगी

बुधलाल के जीवन में बदलाव तब आया जब उन्होंने 2007 में दसवीं पास की। एक बार जब वे घर से दूर थे तब उन्हें भूख लगी लेकिन उनकी जेब में 2 रुपए भी नहीं थे। उन्होंने यहीं तय किया कि कुछ भी हो जाए वो अपना जीवन संवार के रहेंगे और यही उनके जीवन का टर्निंग प्वाइंट (Inspiration) था। उन्होंने पढ़ाई को अपन लक्ष्य बनाया और लक्ष्य की तरफ बढ़ गए।

लोगों के लिए बने मिसाल

बुधलाल लोगों को काफी प्रेरित कर रहे हैं। वो दूसरों के लिए एक मिसाल (Inspiration) हैं। वर्तमान में बुधलाल अपनी जिंदगी को बेहतर दिशा दे रहे हैं। उनके परिवार में सभी जानते हैं कि उन्होंने ये जीवन कैसे हासिल किया है बुधलाल कहते हैं कि उनका परिश्रम ही उनके जीवन के बदलाव की वजह बनीं।

स्टूडेंट्स कहते है कि बुधलाल सर दूसरे प्रोफेसर की तरह ही सामान्य रूप से पढ़ाते हैं साथ ही उनकी क्रिएटिव लर्निंग का मैथड काफी अच्छा है। उनकी जिंदगी छात्रों के लिए प्रेरणा से कम नहीं है। छात्रों को किताबी ज्ञान के साथ ही जिंदगी में चुनौतियों से लड़ने के लिए भी बुधराम तालीम देते हैं।

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Rishita Diwan

Content Writer

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