HIGHLIGHTS
• दक्षिण कन्नड़ जिला पंचायत दे रहा नि:शुल्क कोचिंग
• सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेजों से हैं छात्र
• पंचायत के ‘प्रगति’ कार्यक्रम के तहत मिल रहा प्रशिक्षण
दक्षिण कन्नड़ जिला पंचायत समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों को NEET, JEE, CET और दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण दे रही है।
छात्र सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेजों में पढ़ते हैं। पंचायत के ‘प्रगति’ कार्यक्रम के तहत छात्रों को यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जहां पांच सरकारी और चार सहायता प्राप्त कॉलेजों के 37 छात्रों को मंगलुरु के बेजई में सेंटर फॉर एडवांस लर्निंग (CFAL) में प्रशिक्षण मिल रहा है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की तरफ से कहा गया है कि सरकारी और सहायता प्राप्त कॉलेजों में ज्यादातर छात्र गरीब परिवारों से संबंध रखते हैं। ऐसे मेधावी छात्र जो निजी संस्थानों द्वारा दिए जाने वाले प्रशिक्षण का खर्च वहन नहीं कर सकते उन्हें यहां प्रशिक्षण दी जा रही है। पंचायत ने दो साल के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण देने के लिए सीएफएएल से टाइअप किया है।
दक्षिण कन्नड़ जिला पंचायत की इस पहल से मेधावी छात्रों को चिकित्सा, इंजीनियरिंग या उनकी रुचि के दूसरे क्षेत्रों में उच्च शिक्षा हासिल करने के उनके सपने को साकार करने में मदद मिलेगी।
गणित के एक शिक्षक का कहना है कि नौ सरकारी और सहायता प्राप्त कॉलेजों के लगभग 2,500 छात्रों ने प्रशिक्षण के लिए चयन के लिए एक प्रवेश परीक्षा दी थी। इसमें कम से कम 83 छात्रों को शॉर्टलिस्ट किया गया था, जिनमें से 37 को
प्रशिक्षण के लिए चुना गया।
37 छात्रों में से अधिकांश ने ऑफ़लाइन प्रशिक्षण का ऑप्शन चुना है। यहां छात्रों को वे सभी सुविधाएं दी जा रही हैं, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अन्य CFAL छात्रों को मिलती है।