Hindi Diwas 2025: भारत ही नहीं, अब हिंदी की मिठास दुनिया भर में सुनाई दे रही है। 14 सितंबर को मनाया जाने वाला हिंदी दिवस सिर्फ हमारी मातृभाषा को सम्मान देने का दिन नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि हिंदी अब भारत की सीमाओं से आगे तक अपनी पहचान बना चुकी है।
आज हिंदी विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है और लगभग 60 करोड़ लोग इसे बोलते हैं। विदेशों में बसे भारतीय समुदाय और वहां की स्थानीय संस्कृतियों में भी हिंदी का क्रेज बढ़ रहा है।
आइए जानते हैं उन प्रमुख देशों के बारे में जहां हिंदी ने अपनी खास जगह बनाई है।
अमेरिका में हिंदी की बढ़ती लोकप्रियता
Hindi in USA
अमेरिका में बसे भारतीयों ने हिंदी को घरों और सांस्कृतिक आयोजनों में जीवित रखा है। यहां लगभग 6 लाख लोग हिंदी बोलते हैं। अंग्रेजी का दबदबा जरूर है, लेकिन भारत से आए प्रवासियों की वजह से हिंदी घर और कम्युनिटी इवेंट्स में रोज़मर्रा की भाषा बन गई है। अमेरिका में हिंदी 11वीं सबसे लोकप्रिय भाषा मानी जाती है।
ब्रिटेन में हिंदी का असर
Hindi in UK
ब्रिटेन में भारतीय छात्रों और प्रवासियों की बढ़ती संख्या के साथ ही हिंदी ने वहां अपनी जगह बना ली है। फिल्में, टीवी शोज़ और साहित्य हिंदी को ब्रिटिश समाज में लोकप्रिय बनाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
कनाडा, हिंदी भाषियों का नया केंद्र
Hindi in Canada
कनाडा के टोरंटो और वैंकूवर जैसे बड़े शहरों में हिंदी बोलने वाले समुदाय तेजी से बढ़ रहे हैं। अंग्रेजी और फ्रेंच के बीच हिंदी अब कम्युनिटी और स्कूल स्तर पर भी इस्तेमाल हो रही है।
फिजी में हिंदी की खास पहचान
Hindi in Fiji
फिजी में हिंदी को आधिकारिक भाषाओं में शामिल किया गया है। उत्तर भारत से आए लोगों ने यहां ‘फिजियन हिंदी’ विकसित की, जो आज भी बड़ी संख्या में बोली जाती है। यहां हिंदी बोलने वालों की कमी नहीं है।
5. बांग्लादेश में हिंदी
Hindi in Bangladesh
बांग्लादेश की आधिकारिक भाषा बांग्ला है, लेकिन भारत से जुड़े सांस्कृतिक और ऐतिहासिक कारणों से हिंदी को वहां आसानी से स्वीकार किया जाता है। कई लोग हिंदी बोल और समझ सकते हैं।
6. पाकिस्तान में हिंदी
Hindi in Pakistan
भारत और पाकिस्तान के साझा इतिहास ने हिंदी को वहां भी जगह दी है। हालांकि उर्दू और अंग्रेजी मुख्य भाषाएं हैं, लेकिन कई परिवार और समुदाय हिंदी में बातचीत कर सकते हैं।
नेपाल, हिंदी का पड़ोसी असर
Hindi in Nepal
नेपाल में हिंदी बेहद लोकप्रिय है। यहां मैथिली, भोजपुरी और नेपाली के बीच हिंदी भी लोगों की रोजमर्रा की भाषा में शामिल है। भारत-नेपाल की खुली सीमाएं और सांस्कृतिक संबंध हिंदी को वहां मजबूत बनाते हैं।
मॉरीशस में हिंदी की जड़ें
Hindi in Mauritius
मॉरीशस में हिंदी सिर्फ बोली ही नहीं जाती, बल्कि स्कूलों में पढ़ाई भी जाती है। लगभग एक-तिहाई आबादी हिंदी बोलती है। अंग्रेजी-फ्रेंच की आधिकारिक स्थिति के बावजूद हिंदी ने वहां गहरी जड़ें जमा ली हैं।
संस्कृति और गर्व का प्रतीक
हिंदी दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमारी भाषा सिर्फ संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, पहचान और गर्व का प्रतीक है। भारत के बाहर भी करोड़ों लोग हिंदी बोलते हैं और अपने बच्चों को इस भाषा से जोड़ते हैं। सच कहा जाए तो, हिंदी अब सिर्फ भारत की नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की धड़कन बन चुकी है।

