ECI rules: लोकसभा चुनावों की तारीख की घोषणा चुनाव आयोग द्वारा कर दी गई है। नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में चुनाव आयोग कुछ सख्त नियमों के साथ एक्शन मोड में आ चुकी है। जानते हैं चुनाव के दौरान क्या होते हैं चुनाव आयोग के नियम (ECI rules) और क्यों जरूरी होता है इसका पालन करना….
चुनाव प्रचार का सयम तय
चुनाव प्रचार के लिए इलेक्शन कमीशन ने समय तय कर रखा है। जिसके तहत राजनीतिक पार्टियां सुबह 6 से रात 10 बजे तक ही प्रचार कर सकती है। इसके बाद जुलूस, रैली नहीं निकाली जाती है। इसके अलावा पोस्टर-बैनर के इस्तेमाल से लेकर लाउडस्पीकर बजाने तक के सभी नियम इलेक्शन कमीशन तय करती है। अगर कोई पार्टी गाइडलाइन (ECI rules) का पालन नहीं करती है तो राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार भी इलेक्शन कमीशन के पास होता है।
भाषण के लिए सही शब्दों का इस्तेमाल
इलेक्शन कमीशन की गाइडलाइन के अनुसार, राजनीतिक दलों को किसी भी तरह के भड़काऊ भाषण से बचना चाहिए। जाति, समुदायों, धार्मिक या भाषाई आधार पर किसी भी तरह का तनाव पैदा न हो इस बात का ध्यान पॉलिटिकल पार्टीज को रखना चाहिए। वहीं दूसरे दलों के खिलाफ भड़काऊ भाषण पर भी इलेक्शन कमीशन कार्यवाई कर सकता है।
कानून के उल्लंघन से बचना
इलेक्शन कमीशन के नियम (ECI rules) ये कहते हैं कि कोई भी राजनीतिक दल प्रचार के नाम पर किसी तरह के कानून का उल्लंघन नहीं करेंगे। किसी भी तरह के भ्रष्ट आचरण, मतदाताओं को रिश्वत देने, डराने-धमकाने, मतदान केंद्र तक लाने-ले जाने की व्यवस्था करने जैसी चीजे न हो इस बात का भी ध्यान इलेक्शन कमीशन रखती है।
राजनीतिक पार्टियों को रैली के लिए लेनी होती है अनुमति
किसी भी तरह की बैठक, रैली, जुलूस के लिए राजनीतिक पार्टियों को स्थानीय पुलिस अफसरों को जानकारी देनी होती है। अनुमति के बाद ही ऐसे कार्यक्रमों को संपन्न किया जाता है। इस बात का उल्लंघन होने पर इलेक्शन कमीशन कठोर कार्यवाही कर सकती है।
Positive सार
चुनाव आयोग (ECI rules) वह संवैधानिक जिम्मेदार संस्था है जो लोकतंत्र की सुरक्षा का काम करती है। चुनाव के दौरान किसी भी तरह की अवांछनीय स्थितियों से निपटने के लिए ही इसकी स्थापना की गई है। भारतीय लोकतंत्र का एक अहम हिस्सा है भारतीय चुनाव आयोग।

