Chhattisgarh Medical Admission 2025: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के नेतृत्व में मेडिकल शिक्षा को लेकर राज्य में एक ऐतिहासिक फैसला लिया गया है। प्रवेश वर्ष 2025 से मेडिकल स्नातक कोर्स (MBBS, BDS, BPT) में एडमिशन प्रक्रिया को छात्रों के हित में और ज्यादा सरल, पारदर्शी और सुलभ बनाया गया है।
बॉन्ड सेवा सिर्फ 1 साल
- पहले MBBS के बाद अनिवार्य सेवा अवधि 2 साल थी, लेकिन अब छात्रों को राहत देते हुए इसे कम कर 1 साल कर दिया गया है।
- यह फैसला खासकर उन छात्रों के लिए फायदेमंद होगा जो जल्दी पोस्ट ग्रेजुएशन या अन्य मेडिकल करियर ऑप्शन अपनाना चाहते हैं।
काउंसलिंग होगी 100% ऑनलाइन
- अब मेडिकल काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आयोजित की जाएगी।
- सभी राउंड्स में ऑनलाइन पंजीयन की सुविधा होगी।
- एडमिशन, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और सीट अलॉटमेंट अब घर बैठे हो सकेगा।
हर राउंड में रजिस्ट्रेशन की आज़ादी
काउंसलिंग के हर चरण में छात्र फ्रेश रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। इसका मतलब ये कि अगर पहले राउंड में चूक गए, तो अगली बार मौके का फायदा उठा सकते हैं।
आरक्षित सीटों का सही उपयोग
निजी मेडिकल कॉलेजों के मैनेजमेंट और NRI कोटा में SC, ST और OBC वर्ग की खाली सीटें अब छत्तीसगढ़ मूल निवासी छात्रों को दी जाएंगी। इससे लोकल स्टूडेंट्स को बढ़िया मौके मिलेंगे।
OBC के लिए आय प्रमाण में सरलता
OBC छात्रों को अब आय प्रमाण पत्र को लेकर ज्यादा दिक्कत नहीं होगी। नए नियमों के तहत प्रमाण पत्र नियमों को सिंपल किया गया है, जिससे डॉक्यूमेंटेशन की टेंशन कम होगी।
EWS सीटें अब नहीं रहेंगी खाली
अगर EWS कैटेगरी की सीटें खाली रह जाती हैं तो अब उन्हें जनरल कैटेगरी के छात्रों को दे दिया जाएगा। इससे सीटें वेस्ट नहीं होंगी और ज्यादा छात्रों को मौका मिलेगा।
मेडिकल छात्रों के लिए अवसर
राज्य सरकार के इस कदम से अब मेडिकल में दाखिले की प्रक्रिया और ज्यादा ट्रांसपेरेंट, फेयर और स्टूडेंट फ्रेंडली होगी। ये बदलाव खासतौर पर उन छात्रों के लिए वरदान है जो सीमित संसाधनों के साथ भी अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि काउंसलिंग प्रक्रिया 30 जुलाई 2025 से शुरू हो जाएगी।