Bharat Brand Rice: भारत सरकार ने कुछ दिनों पहले चावल मिलों को चावल की कीमतों को कम करने के निर्देश दिए थे। लेकिन बावजूद इसके चावल की कीमते कम ही नहीं हो रही थी। ऐसे में सरकार ने अब महंगाई को कंट्रोल करने के लिए ‘भारत’ ब्रांड के तहत चावल बेचने का फैसला लिया है। जानते हैं क्या है Bharat Brand Rice और महंगाई को कम करने में ये कैसे मददगार साबित होगी।
चावल की कीमतें होंगी कम
केंद्र सरकार ने महंगाई को कम करने के लिए ये कदम उठाया है। Bharat Brand को इंट्रोड्यूज करते हुए कहा गया है कि सरकार मंहगाई पर लगाम लगाने के लिए इसे ला रही है। सरकार के इस कदम से चावल की बढ़ती कीमतों पर रोक लगेगी। इसके लिए आने वाले हफ्ते में सरकार खुद ही ओपन मार्केट में चावल बेचेगी। इसे Bharat Brand Rice के नाम से जाना जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने सारी तैयारी कर ली है।
Bharat Brand Rice को सरकार NAFED, NCCF and Central Reserve की मदद से सीधे 29 रुपये किलो में उपभोक्ताओं को बेचेगी। खास बात ये है कि Bharat Brand Rice आटे की ही तरह 5 से 10 किलोग्राम के पैक में ‘भारत’ ब्रांड के नाम से उपलब्ध होगी। केंद्र सरकार को उम्मीद है कि इस कदम से आम जनता को महंगाई के मामले में काफी राहत मिलेगी।
सरकार ने किया आवश्यक वस्तु अधिनियम लागू
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केंद्र सरकार ने चावल मिलों को कीमतें कम करने के निर्देश देते हुए Essential Commodities Act लागू कर दिया है। अब व्यापारियों के लिए 9 फरवरी से हर शुक्रवार को एक स्पेसिफाईड पोर्टल पर चावल/धान के स्टॉक की घोषणा की जाएगी।
राइस एक्सपोर्ट पर पर लग सकता है प्रतिबंध
महंगाई को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने संकेत दिया है कि अगर डोमेस्टिक मार्केट में राइस की कीमतें नहीं कम होती हैं तो, उबले चावल के निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लग सकता है। सरकारी आंकड़ें कहते हैं कि एक साल पहले की तुलना में चावल की कीमतें रिटेल मार्केट में 14.5 प्रतिशत और होल सेल मार्केट में 15.5 प्रतिशत बढ़ी हैं।
इथेनॉल बनाने में होता है इस्तेमाल
सरकार ने सहकारी समितियों को पैकिंग से पहले टूटे हुए अनाज को 5 प्रतिशत से कम करने के आदेश दिए हैं। सरकार की तरफ से कहा गया है कि Bharat Brand Rice से बाजार में टूटे हुए चावल की उपलब्धता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी, जो इथेनॉल प्रोडक्शन के लिए काफी सही साबित हो सकता है।
भारत ब्रांड राइस की कीमत
केंद्र सरकार भारत ब्रांड चावल को 5 किलो और 10 किलो की पैकिंग में बेचने का विचार कर रही है। इस चावल की MRP कीमत 29 रुपये किलो होगी। बता दें कि सरकार की तरफ से एजेंसियों को सिर्फ 18.59 रुपये प्रति किलो की दर से ही चावल दिया जाएगा। इसमें चावल की ग्रेडिंग, सोर्टिंग, हैंडलिंग, पैकिंग और 100 किलोमीटर के दायरे में ट्रांसपोर्टेशन का खर्च भी जोड़ा जाएगा। चावल बेचने वाली एजेंसियों को प्रति किलो चावल पर तीन रुपये किलो का मार्जिन दिया जाएगा। इस तरह कंज्यूमर्स को एक किलो चावल के लिए 29 रुपये देना होगा।
Postive सार
पिछले कुछ महीने में चावल, दाल और आटे की कीमत तेजी से बढ़ी हैं। इसकी वजह से आम आदमी महंगाई की मार झेल रहा है। महंगाई को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने सब्सिडी पर दाल (Bharat Dal) और आटे (Bharat Atta) को बेचने की पहल की है। सरकार के इस कदम से निश्चित ही आम आदमी को काफी फायदा मिलेगा।
2 Comments
Your point of view caught my eye and was very interesting. Thanks. I have a question for you.
we are Happy to know that you liked our content…thank you, keep reading
Your comment is awaiting moderation.
Can you be more specific about the content of your article? After reading it, I still have some doubts. Hope you can help me.
Your comment is awaiting moderation.
Your article helped me a lot, is there any more related content? Thanks!