Anti-Terror Robot Daksh: रक्षा अनुसन्धान और विकास संगठन (DRDO) ने भारत के पहले एंटी टेरर रोबोट का निर्माण किया है। जिसका नाम है- दक्ष। Daksh सभी Anti-Terror ऑपरेशन्स को अंजाम दे सकता है। भारतीय सेना में लगभग 500 Anti-Terror Robot शामिल करने पर काम किया जा रहा है। जानते हैं क्या है दक्ष की खासियत….
कैसे काम करता है दक्ष?
दक्ष बिजली से संचालित होने वाला एक रोबोट है जिसे दूर से भी कंट्रोल किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल खतरनाक वस्तुओं जैसे IED, Bombs खोजने और उन्हें खत्म करने के लिए किया जाएगा। इस Anti-Terror Robot में एक बन्दूक भी लगाई गई है, जो बंद दरवाजों को तोड़ने में सक्षम है। इसमें लगा स्कैनर, विस्फोटक को चेक करने के लिए कारों को स्कैन भी कर सकता है।
Anti-Terror Robot को 500 मीटर की दूरी से कंट्रोल कर सकते हैं। वहीं एक बार रिचार्ज करने के बाद लगातार 3 घंटे तक इसका यूज किया जा सकता है। इसे सीमा पर IEDs को डिटेक्ट करने के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। पेट्रोलिंग के दौरान भारत के जवानों की जान भी इससे बचायी जा सकेगी।
‘दक्ष रोबोट’ का उत्पादन
दक्ष रोबोट को DRDO ने बनाया है। इसके साथ ही टाटा मोटर्स, डायनॉलॉग (I), थीटा कंट्रोल और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स का भी इसमें योगदान है। बता दें कि Anti-Terror Robot ‘दक्ष’ की पहली 20 यूनिट्स DRDO के अनुसंधान और विकास स्थापना ((R&DE – Engineers) को सितम्बर 2010 में ही दी जा चुकी थी। अब लगभग 500 दक्ष रोबोट भारतीय सेना में भर्ती हो रहे हैं।
विशेषताएं
- पूरी तरह से आटोमेटिक है।
- खांचेदार पहिये भी इसमें लगाए गए हैं, जिसकी मदद से यह सीढियां भी चढ़ने में सक्षम है।
- दक्ष में रेडियो फ्रीक्वेंसी शील्ड लगाई गई है, जो कि सिग्नल को जाम करके विस्फोट होने से रोकने का काम करता है।
- दक्ष एअरपोर्ट पर किसी सस्पेक्ट लगेज को छांट सकता है साथ ही उसको एअरपोर्ट से बाहर ले जाकर नष्ट भी करेगा।
- दक्ष में रोबोटिक हाथ लगे हुए हैं जिसकी मदद से यह किसी चीज को अपने हाथ में उठा सकता है और पूरी तरह से खत्म कर सकता है।
- इसमें बायोलॉजिकल, केमिकल और रेडियोलॉजिकल हथियारों को नष्ट करने की क्षमता है।
Positive सार
दक्ष रोबोट को सेना में शामिल किये जाने से भारत की सीमा सुरक्षा बढ़ने के साथ ही पेट्रोलिंग के दौरान होने वाली IED की घटनाओं में भी कमी लाएगी। Anti-Terror Robot दक्ष का निर्माण भारतीय सेना को पहले से और मजबूत बनाने का काम करेगा साथ ही आतंकवाद से लड़ने में भी मदद मिलेगी।