भारत में बहुत सी महिलाएं फुल टाइम होम मेकर हैं। लेकिन वे घर को कुशलता से मैनेज करने में निपुण होती हैं। वे छोटी-छोटी बचत कर अच्छा खासा अमाउंट जमा कर लेती हैं। हालांकि, कई महिलाओं को इन बचतों को सही तरीके से निवेश करने या सुरक्षित रखने की जानकारी कम होती है। बचत के साथ-साथ महिलाओं को यह भी पता होना चाहिए कि उनके पैसे निवेश भी किए जा सकते हैं। जानते हैं कुछ उपाय जिससे बजट को और भी तरीके से मैनेज कर सकती हैं।
आवक-जावक का रखें हिसाब
पैसे के सही मैनेजमेंट के लिए केवल बचत करना ही जरूरी नहीं है, बल्कि पैसे की आवक और जावक दोनों पर नजर रखना जरूरी है। आपको यह समझना होगा कि आने वाले समय में बढ़ती महंगाई के साथ आपकी आय भी बढ़ेगी या नहीं, और अगर नहीं, तो क्या खर्चों में कटौती करके महंगाई को संतुलित किया जा सकता है। इसके साथ ही, आय के नए स्रोतों की तलाश पर भी ध्यान देना महत्वपूर्ण है।
पास रखें इमरजेंसी फंड
बीमा, निवेश और बैंक में जमा राशि के साथ-साथ कुछ नकद धनराशि अपने पास इमरजेंसी फंड के रूप में रखना भी आवश्यक है। कभी-कभी ऐसी स्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं जब बैंक से पैसे निकालने का समय नहीं होता और तुरंत नकद की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे समय में घर में थोड़ी नकद राशि का होना बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
फिजूलखर्ची है बेकार
पैसों का सही उपयोग करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण रखना। ऐसी चीजों पर कभी भी पैसा न खर्च करें जो सिर्फ एक बार इस्तेमाल होंगी या जिनके बिना भी आपका काम आसानी से चल सकता है। फिजूलखर्ची से बचना जरूरी है।
दूसरों से तुलना करने से बचें
खुद की तुलना दूसरों से कभी न करें। जरूरी नहीं कि जो लोग बाहर से शानदार दिखते हैं, उनकी जीवनशैली भी वैसी ही हो। दूसरों की विलासिता देखकर महंगे सामान खरीदना आपकी आर्थिक स्थिति पर भारी पड़ सकता है। अक्सर देखा जाता है कि लोग महंगी चीजें खरीदने की क्षमता न होने के बावजूद, ईएमआई पर महंगी कार, टीवी या फ्रीज खरीद लेते हैं, जिससे उनकी सैलरी का बड़ा हिस्सा ईएमआई चुकाने में ही खर्च हो जाता है।
बच्चों में भी बचत की आदत डालें
कहा जाता है कि खर्चों के बाद बचत करने से बेहतर है कि पहले बचत करें और फिर बची हुई राशि से खर्च करें। इससे बचत अधिक प्रभावी होती है। न केवल हमें इस आदत को अपनाना चाहिए, बल्कि बच्चों में भी छोटी-छोटी बचत की आदत विकसित करनी चाहिए। अगर बच्चों को उनकी पसंद की कोई चीज चाहिए, तो उन्हें इसके लिए पैसे बचाने के लिए प्रेरित करें। अपने जमा किए हुए पैसों से पसंदीदा चीज खरीदने से उन्हें खुशी मिलेगी और बचत की अच्छी आदत भी डलेगी।
बीमा पॉलिसी है फायदेमंद
बीमा पॉलिसी लेना हमेशा एक अच्छा निर्णय माना जाता है। यदि घर में अचानक कोई आर्थिक संकट आ जाए या किसी गंभीर बीमारी के कारण अस्पताल का भारी खर्च आ जाए, तो पहले से ली गई बीमा पॉलिसी बहुत मददगार साबित होती है। यह अनपेक्षित आर्थिक बोझ को काफी हद तक कम कर देती है। स्वास्थ्य संबंधी खर्चों के लिए हेल्थ बीमा पॉलिसी है, जबकि बुढ़ापे के लिए पेंशन योजनाएं उपलब्ध हैं। आप अपनी आवश्यकताओं और प्रीमियम के अनुसार इन पॉलिसियों में से उचित विकल्प चुन सकते हैं।
Positive सार
आपको बचत और निवेश के बीच का अंतर और उनके लाभों को समझना जरूरी है। अपनी आय के हिसाब से बचत या निवेश में से एक चुनना चाहिए। निवेश के लिए म्यूचुअल फंड, शेयर जैसे कई विकल्प मौजूद हैं। वहीं बचत के लिए बैंक योजनाएं, पोस्ट ऑफिस और विभिन्न पॉलिसियां उपलब्ध हैं।
आप भविष्य की जरूरतों के लिए पैसे जोड़ना चाहते हैं, तो बचत आपके लिए सही विकल्प होगा। अगर आप जल्दी ही पैसों को बढ़ाना चाहते हैं तो उन्हें इनवेस्ट करना सही होगी। निवेश करना जितना लाभकारी होता है उसमें उतना ही वित्तीय जोखिम भी होता है। इसलिए निवेश करने से पहले सोच-समझकर और विशेषज्ञ से परामर्श लेकर निर्णय लें।