मैं अपनी बात भारत रत्न अटल जी की उस बात से शुरू करूंगी जब उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता से कहा था कि ‘आप मुझे 11 सांसद दो, मैं छत्तीसगढ़ दूंगा”। ये बात है 1999-98 की जिसके बाद अटल जी ने अपना वादा निभाया और 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य भारत के 26वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया। अटल बिहारी वाजपेयी जी ने यकीनन ये बात इसलिए नहीं की होगी कि उन्हें सरकार बनानी थी बल्कि इसलिए की होगी क्योंकि वो भी जानते थे छत्तीसगढ़ राज्य एक संपूर्ण राज्य के रूप में कितना सक्षम होगा। उनकी दूरदृष्टिता ही थी कि आज छत्तीसगढ़ भारत देश के विकास में एक महत्वपूर्ण पहिए का काम कर रहा है। 24 साल का युवा छत्तीसगढ़ देश का महत्वपूर्ण पावर सेंटर और मिनरल्स अट्रैक्शन है। जिस तरह एक 24 साल का युवा बेहतर भविष्य के लिए मेहनती और लगनशील होता है उसी तरह आज छत्तीसगढ़ राज्य विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उत्कृष्टता का परिचायक बन गया है। छत्तीसगढ़ की पहचान “धान का कटोरा” के रूप में है, और यहां की कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनी हुई है। राज्य की सहकारी समितियों ने किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। आधुनिक तकनीकों और फसलों की विविधता को अपनाने से राज्य में खाद्यान्न उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है। भविष्य में, जैविक खेती और फसल विविधीकरण को बढ़ावा देकर हम अपने कृषि क्षेत्र को और मजबूत बना सकते हैं। ये न केवल राज्य की आत्मनिर्भरता को बढ़ा रहा है बल्कि राज्य के युवाओं को कृषि में नए अवसर भी दे रहा है।
उद्योग और रोजगार की संभावनाओं भी मुझे ऊर्जा से भरती है। छत्तीसगढ़ में खनिज और प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता ने इसे एक औद्योगिक हब बनाने में मदद की है। इस राज्य में बड़े उद्योगों के साथ-साथ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों का भी व्यापक विकास हुआ है। स्टील, एल्यूमीनियम और सीमेंट जैसे क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ का योगदान सराहनीय रहा है और आने वाले सालों में, अगर हम कौशल विकास और स्वरोजगार पर जोर दें, तो यह न केवल युवाओं को रोजगार प्रदान करेगा, बल्कि राज्य की आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ करेगा।
प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर ने मुझे हमेशा आकर्षित किया है। बस्तर की आदिवासी संस्कृति, चित्रकोट जलप्रपात, सरगुजा के ऐतिहासिक मंदिर – यह सब हमारे राज्य की खूबसूरती को दुनिया के सामने पेश करते हैं। पर्यटन का विस्तार हमारे राज्य को नई ऊंचाईयां दे रहा है। इन पर्यटन क्षेत्रों में वोकल फॉर लोकल जैसे इनीशिएटिव स्थानीय लोगों को बेहतर जीवन दे रहे हैं और उनकी कला का भी सम्मान हो रहा है। केंद्र और राज्य सरकार के ऐसे कदम हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने का भी माध्यम है।
छत्तीसगढ़ ने पिछले वर्षों में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। स्वास्थ्य योजनाओं ने ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच को बेहतर बनाया है, और शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल तकनीक का समावेश युवाओं को आधुनिक शिक्षा से जोड़ रहा है।
छत्तीसगढ़ की प्रगति का आधार यहां की महिलाएं भी हैं, महिला सशक्तिकरण, आदिवासी समुदायों की भागीदारी, और अल्पसंख्यकों को समान अवसर देने से राज्य में एक समावेशी और सशक्त समाज का निर्माण हुआ है।
प्रौद्योगिकी और नवाचार के इस युग में छत्तीसगढ़ भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। ई-गवर्नेंस, डिजिटल सेवाएं, और स्मार्ट शहर परियोजनाएं राज्य को एक आधुनिक दिशा दे रही हैं। आज एआई, डाटा एनालिटिक्स और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी नई तकनीकों को अपनाकर राज्य के प्रशासन और सेवाओं को और कुशल बनाया जा रहा है। ये तो सिर्फ 24 साल की विकास यात्रा है। आने वाले समय में छत्तीसगढ़ नित नई ऊंचाईयों को छुएगा, बेहतर से बेहतर होगा। एक बेहतरीन कल की उम्मीद में मैं आज के जश्न में शामिल हो रही हूं ताकि 24 सालों के उपलब्धियों को खास तरह से याद रख सकूं।
आप सभी को छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं