Digital Currency: दिसंबर 2022 में RBI ने डिजिटल मुद्रा (Digital Currency) के थोक और खुदरा पायलट प्रोजेक्ट को शुरू किया था। इसके पहले चरण में Digital Currency पांच शहरों के आठ बैंकों में शुरू की गई थी। अब Digital Currency की लोकप्रियता को देखते हुए इसे जल्द ही देश के 9 और शहरों के पांच बैंकों में शुरू करने की दिशा में काम किया जा रहा है।
रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में कहा है कि पांच और बैंक खुदरा ग्राहकों के लिए डिजिटल मुद्रा या ई-रुपये (E-Rupee) के पायलट प्रोजेक्ट में शामिल होने वाले हैं। इस प्रोजेक्ट का विस्तार नौ और शहरों में किया जाएगा।
दूसरे चरण में शामिल होंगे ये राज्य
Digital Rupee के दूसरे चरण में अहमदाबाद, इंदौर और पटना जैसे नौ शहरों को जोड़े जाने की बात की जा रही है। वहीं, इसका उपयोग स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और बाद में चार बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा जैसे बैंकों में किया जा रहा है।
लोगों में बढ़ रहा है Digital Currency का उपयोग
डिजिटल करेंसी के आने के कुछ महीने के भीतर की इसे उपयोग करने वाले लोगों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी देखी गई है। आरबीआई के अनुसार खुदरा केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) को इस्तेमाल करने वालों में 50,000 उपयोगकर्ता और 5,000 व्यापारी शामिल हैं। डिजिटल रुपये की इस तरह बढ़ती मांग को देखते हुए RBI ने पहले से इस्तेमाल किए जा रहे शहरों में बैंकों की संख्या को बढ़ाने के बारे में भी विचार किया है।
Inter-Bank मार्केट को मजबूत करने की कोशिश
Digital Rupee के जरिए सरकार अंतर-बैंक बाजार को और अधिक मजबूती देने की दिशा में काम कर रही है। इसे और कुशल बनाने की उम्मीद भी सरकार कर रही है। इसका इस्तेमाल हर तरह की खरीदारी, छोटे लेन-देन और विदेशों में पैसे भेजने के लिए हो सकता है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि वह इसे लेकर जल्दबाजी नहीं करना चाहती है।