• साल 2023 में 9 करोड़ नौकरियां पैदा करेगी टूरिज्म इंडस्ट्री
• देश में बढ़ रहा मेडिकल, वेलनेस, आध्यात्मिक और एडवेंचर टूरिज्म क्षेत्र
• कुल नौकरियों में इस सेक्टर की 13% हिस्सेदारी
भारत में टूरिज्म इंडस्ट्री तेजी से ग्रो कर रहा है। हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल इस क्षेत्र में 8.8 करोड़ नई नौकरियां पैदा होने के आसार हैं। सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) में इस इंडस्ट्री का 11.48 लाख करोड़ रुपए (5%) का योगदान होगा ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है। बता दें कि भारत में कुल नौकरियों का इस सेक्टर में 13% की हिस्सेदारी है। अगले दशक में भारत में मेडिकल, वेलनेस, आध्यात्मिक, बिजनेस ट्रैवल के साथ एडवेंचर टूरिज्म सेगमेंट में भी बढ़ोत्तरी की संभावना है। डिजिटल पेमेंट कंपनी वीसा और प्रोफेशनल सर्विसेज फर्म ईवाई की एक रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है।
विदेशी सैलानियों का योगदान ज्यादा
‘चार्टिंग दी कोर्स फॉर इंडिया की टूरिज्म मेगाट्रेंड्स अनपैक्ड’ नाम की रिपोर्ट में इस बात को कहा गया है कि भारत में विदेशी सैलानी घरेलू पर्यटकों से 26 गुना ज्यादा स्पेन्ड करते हैं। रिपोर्ट ये भी कहती है वैश्विक स्तर पर ट्रैवल इंडस्ट्री के 2023 में कोविड के असर से पूरी तरह रिकवर होने की संभावना है। इस साल ये प्री-कोविड लेवल के 85-95% तक पहुंच सकती है। इसका बड़ा फायदा भारत को मिल सकता है।
2023 के आम बजट में भी टूरिज्म के लिए 2,400 करोड़ रुपए
• भारत सरकार ने 2023 के बजट में विदेश में प्रमोशनल एक्टिविटी पर खर्च में 50% कटौती की थी।
• इस साल टूरिज्म बजट से 50% ज्यादा स्वदेश दर्शन स्कीम के लिए आवंटित हुआ है।
• 2023 के बजट में टूरिज्म के लिए बिना किसी बदलाव के 2,400 करोड़ दिए गए हैं।
• लंदन, टोक्यो, बीजिंग, दुबई, सिंगापुर और न्यूयॉर्क जैसे 7 बड़े शहरों में टूरिज्म की जगह मंत्रालय गृह मंत्रालय के कर्मचारियों से यह काम करवाएगा।
• 2030 तक देश में 2.5 करोड़ पर्यटकों को लाने का लक्ष्य भारत ने रखा है।
• इन सभी बातों को देखते हुए कह सकते हैं इस क्षेत्र के जानकारों और रूचि रखने वालों को नौकरियों में कई अवसर मिलेंगे।