भारत वैश्विक स्तर पर किसी पहचान का मोहताज नहीं है। हाल ही में जी-20 की कमान संभालने के बाद अब भारत की तरफ पूरी दुनिया उम्मीद से देख रही है। जहां भारत के नाम पर वैश्विक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है। अब अगले एक साल के लिए भारत को जी-20 समूह के अध्यक्ष पद सौंप दिया गया है।
मोदी को सौंपी अध्यक्षता
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने 15 नवंबर को बाली शिखर सम्मेलन के समापन के मौके पर अगले एक साल के लिए भारत को जी-20 की अध्यक्षता सौंपी है। भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता को संभालेंगा।
PM Modi का संदेश
G-20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि समूह की अध्यक्षता करना हर एक भारतीय नागरिक के लिए सम्मान और गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि सभी देशों के प्रयासों से हम जी20 शिखर सम्मेलन को वैश्विक कल्याण का प्रमुख स्रोत बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। जी-20 अध्यक्षता हस्तांतरित किए जाने के साथ ही बाली में दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का समापन किया गया है। सदस्य देशों के नेता संयुक्त घोषणा को अंतिम आकार दे रहे हैं।
G-20 समूह के बारे में
भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने इस मौके पर संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत जी-20 निष्कर्ष दस्तावेज को तैयार करने में रचनात्मक भूमिका निभा रहा है।
जी-20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (EU) जैसे देश शामिल हैं।
जी20 वैश्विक आर्थिक सहयोग का एक प्रभावशाली ऑर्गेनाइजेशन है। यह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 फीसदी है। वैश्विक व्यापार का लगभग 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व कर रहा है।