1 अप्रैल से वित्तीय वर्ष शुरू हो चुका है। ऐसे में बीते साल में हुए खर्चे और आर्थिक ग्रोथ को टटोलकर नए साल के फाइनेंशियल ईयर को प्लान करने का समय आ गया है। और इसीलिए इस साल की फाइनेंशियल प्लानिंग भी अभी से शुरू कर लेनी चाहिए, ताकि आने वाले समय में आप आर्थिक रुप से मजबूत रहें। और आखिरी वक्त में फाइनेंस से जुड़ी हड़बड़ी में फैसले ने लें। इन बातों का ध्यान रखकर आप बेहतर तरीके से फाइनेंशियल प्लानिंग कर सकते हैं।
संतुलित बजट बनाएं
अपनी आय को तीन बड़ी जरूरतों में बांट लें। बुनियादी जरूरतें जैसे किराया, ईएमआई, स्कूल फीस, घरेलू खर्चे, बीमा प्रीमियम। विवेकाधीन खर्चे जैसे होटल में खाना, घूमना-फिरना, शॉपिंग । आखिरी, लेकिन सबसे जरुरी है बचत। कोशिश करें कि बचत कम से कम 10% हो। बुनियादी खर्चे आय के 50% से ज्यादा तक हो सकते हैं।
टैक्स से जुड़ी सभी बातें जान लें नियमों को समझें
होम लोन के अलावा ब्याज पर टैक्स छूट और क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स जैसे नए नियम 1 अप्रैल से लागू हो गए हैं। इन्हें जाने और समझें कि कैसे ये आपकी आय और बचत को प्रभावित करेंगे। वित्त वर्ष की शुरुआत में ही यह पता कर लें कि आने वाले 12 महीनों की आय पर कितना टैक्स लगेगा और उसे कम करने के लिए आप किस तरह के निवेश कर पाएंगे।
इमरजेंसी फंड को बढ़ाने का प्रयास करें
हम सबको ऐसी बचत पर ध्यान देना चाहिए जो आपात स्थिति में काम आए। इसे इमरजेंसी फंड कहते हैं और आम तौर पर यह फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) के रूप किया जाता है। यह फंड आपकी मासिक आय का कम से कम 3-6 गुना हो तो अच्छा है। अगर आपने इतनी बचत नहीं की है तो इस साल ज्यादा बचाने की कोशिश में काम करें। यह फंड हर मुश्किल घड़ी में काम आपके काम आएगी।
इंश्योरेंस कवर को बढ़ाएं
जीवन और स्वास्थ्य बीमा सबसे जरूरी है। अगर आपने अभी तक इसके लिए प्लान नहीं किया है तो अभी से प्लान करना शुरु करे दें। इसी तरह स्वास्थ्य बीमा आपके परिवार के हर सदस्य की बड़ी जरूरत है। निवेश के ऑप्शन को
एक्सप्लोर करें
नियमित निवेश की आदत डालें। हर महीने म्यूचुअल फंड या प्रोविडेंट फंड में निवेश जरुर करें। महीना शुरू होते ही पहले निवेश अकाउंट में पैसा डालें । ध्यान रखें कि हर निवेश का स्पष्ट लक्ष्य होना जरूरी है। टैक्स बचाने के लिए
ईएलएसएस या पीएफ में 1.5 लाख रुपए तक निवेश करें। इन सब के अलावा आप लोन कम करें, क्रेडिट स्कोर 750 से ऊपर रखें और साल की शुरुआत एक क्रेडिट रिपोर्ट चेक के साथ करें।