HIGHLIGHTS:
• HDFC Limited के HDFC Bank के विलय को मिली मंजूरी
• 17.87 लाख करोड़ रुपये की है संयुक्त बैलेंस शीट
• अब होम लोन और दूसरी वित्तीय सेवाएं एक ही जगह
हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (HDFC) और HDFC बैंक ने विलय (Merger) की घोषणा की है। इस डील से HDFC बैंक में HDFC की 41% हिस्सेदारी होगी। HDFC ने 4 मार्च को बताया कि बोर्ड की मीटिंग में HDFC को HDFC बैंक में विलय की मंजूरी मिल गई है। कंपनी के इस विलय में शेयरहोल्डर्स और क्रेडिटर्स (कर्ज लेने वाले) भी शामिल होंगे। बैंकों के मर्जर की प्रक्रिया अगले वित्त वर्ष की दूसरी या तीसरी तिमाही तक पूरी हो जाएगी।
HDFC Limited के HDFC Bank में प्रस्तावित विलय से दोनों वित्तीय संस्थानों के साथ ग्राहकों को भी फायदा मिलेगा। विलय के बाद बनने वाली संयुक्त इकाई के ग्राहकों को सभी प्रकार की बैंकिंग सेवाएं एक ही मंच पर मिलेंगी।
अलग-अलग हैं HDFC Limited के HDFC Bank
भले ही नाम में दोनों एक जैसी हो लेकिन दोनों अलग-अलग काम करते हैं जैसे- HDFC Limited एक आवास वित्त कंपनी है। यह कंपनी लोगों को केवल होम लोन देती है। अन्य बैंकिंग सेवाओं के लिए ग्राहकों को दूसरी बैंकों पर निर्भर रहना पड़ता है। HDFC Limited का समूह कंपनी होने के कारण HDFC Bank होम लोन की सेवा नहीं देता है। और इसीलिए बैंक के ग्राहकों को होम लोन के लिए दूसरे संस्थानों का सहारा लेना पड़ता है। इस विलय के बाद HDFC Limited के HDFC Bank के ग्राहकों को एक ही प्लेटफॉर्म पर होम लोन, व्हीकल लोन, पर्सनल लोन, रिटेल लोन समेत सभी प्रकार की बैंकिंग सेवाएं मिलने लगेंगी।
17.87 लाख करोड़ रुपये की होगी संयुक्त बैलेंस शीट
विलय के बाद बनने वाली इकाई की संयुक्त बैलेंस शीट 17.87 लाख करोड़ रुपये की होगी साथ ही इसकी कुल संपत्ति 3.3 लाख करोड़ रुपये होगी। HDFC Limited और HDFC Bank बैंक के विलय से एचडीएफसी लिमिटेड के कर्मचारियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बैंक ने शेयर बाजार को जारी सूचना में कहा है कि इस विलय से ग्राहकों, कर्मचारियों और शेयरधारकों समेत सभी हितधारकों को लंबी अवधि में लाभ मिलेगा। बैंक ने यह भी कहा है कि यह विलय सरकार के सभी के लिए घर के दृष्टिकोण को और गति देगी।