Banking: भारत ने बैंकिग के क्षेत्र में विश्व स्तर पर एक बार फिर अपना नाम बनाया है। भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास एक बार फिर दुनिया के टॉप सेंट्रल बैंकर बन गए हैं। ग्लोबल फाइनेंस सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड 2024 में शक्तिकांत दास को A+ रेटिंग दी गई है। विश्व स्तर पर इस उपलब्धि को लगातार दूसरी बार पाना भारत के लिए गर्व की बात है।
101 सेंट्रल बैंकरों में होता है चुनाव
टॉप बैंकर्स का आंकलन करने के लिए पूरी दुनिया के 101 सेंट्रल बैंकरों का परफॉर्मेंस को परखा जाता है। बैंकरों के कार्यकाल में उनके प्रदर्शन के तहत उन्हें A से लेकर F तक की रैंकिंग दी जाती है। RBI गर्वरनर शक्तिकांत दास को पिछली बार A+ रेटिंग मिली थी। जिस सेंट्रल बैंक का प्रदर्शन एक सालों में सबसे बेहतरीन रहता है। उनके गर्वनर को टॉप रैंक दिया जाता है। वहीं A ग्रेड गवर्नर में ब्राजील, मॉरीशस, मोरक्को, दक्षिण अफ्रिका, श्रीलंका, वियतनाम के गवर्नर्स शामिल हैं।
कैसे मिलती है टॉप बैंकर की रैंक?
ग्लोबल फाइनेंस रैंक का निर्णय गवर्नर के परफॉर्मेंस अपने कार्यस्थल की समस्याओं को ठीक करने के लिए किए गए प्रयोग, नवाचार, बैंक की नीतियां, इकोनॉमिक ग्रोथ, मंहगाई पर नियंत्रण आदी आधार पर परखे जाने के बाद करता है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास को टॉप A+ रैंकिग महंगाई नियंत्रण, करेंसी स्टैबलिटी, ब्याज दर नियंत्रण, इकोनामिकल ग्रोथ में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए दिया गया है।
1994 से जारी हो रही रिपोर्ट
ग्लोबल फाइनेंस 1994 से ही लगातार हर साल सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड पब्लिश करती आ रही है। जिसमे हर साल दुनिया के टॉप बैंकर्स की लिस्ट होती है। 101 देश के सेंट्रल बैंक गवर्नर में पूर्वी कैरेबियाई सेंट्रल बैंक, यूरोपीय संघ, सेंट्रल बैंक ऑफ वेस्ट अफ्रिकी स्टेट और सेंट्रल अफ्रिकी स्टेट्स बैंक शामिल हैं।
Positive सार
बैंकिग सेक्टर किसी भी देश का महत्वपूर्ण सेक्टर होता है। देश की इकोनॉमी का आधार बैंकिंग सेक्टर को ही माना जाता है। इस क्षेत्र में विश्व स्तर पर भारत का टॉप में होना बहुत बड़ी बात है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने लगातार दूसरी बार दुनियाभर के सेंट्रल बैंकर्स को पीछे करते हुए टॉप रैंक हासिल किया है। ये रैंक इस बात की ओर इशारा करता है कि जल्द ही भारत का नाम दुनिया की टॉप इकोनॉमी में भी होगा।