Highlights:
• पीएम मोदी ने पानीपत में किया 2जी इथेनॉल प्लांट का शुभारंभ
• इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOC) द्वारा हुआ है निर्माण
• प्रोजेक्ट संयंत्र संचालन में शामिल लोगों को प्रत्यक्ष रूप से प्रदान करेगी रोजगार
• चावल के भूसे की कटाई, हैंडलिंग, भंडारण के लिए सप्लाई श्रृंखला में अप्रत्यक्ष रोजगार में लाभदायक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने हरियाणा के पानीपत में दूसरी पीढ़ी (2G) के इथेनॉल प्लांट (2G Ethanol Plant) का शुभारंभ कर दिया है। 10 अगस्त को पीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसे राष्ट्र को समर्पित किया। 900 करोड़ रुपये की लागत से बना यह 2जी इथेनॉल प्लांट न सिर्फ प्रदूषण को कम करेगा, बल्कि देश के अन्नदाताओं यानी कि किसानों को भी लाभ पहुंचाएगा। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि क्योंकि इस जैविक ईंधन संयंत्र के जरिए किसानों को पराली के बेहतर इस्तेमाल का रास्ता मिलेगा। किसानों की इनकम बढ़ेगी। साथ ही हरित रोजगार का सेक्टर भी मजबूत हो जाएगा। उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘इससे देश को वैकल्पिक ईंधन मिलेगा।’
बढ़ा है इथेनॉल का प्रोडक्शन
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि- केंद्र सरकार ‘शार्टकर्ट’ के जरिए नहीं, बल्कि समस्याओं के स्थायी समाधान में की तरफ जुटी है। उन्होंने यह भी कहा कि यह किसानों को पराली की समस्या से छुटकारा दिलाएगा, यह एक एक आसान और स्थायी विकल्प की तरह काम करेगा। दरअसल पेट्रोल (Petrol) में इथेनॉल मिलाने से पिछले सात से आठ वर्षों में विदेशी मुद्रा के रूप में करीब 50,000 करोड़ रुपये की बचत हुई है। आठ साल पहले इथेनॉल का प्रोडक्शन 40 करोड़ लीटर था, लेकिन आज यह बढ़कर 400 करोड़ लीटर है।
किसानों को मिलेगा लाभ
एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा गया है कि स्वदेशी तकनीक के आधार पर यह प्रोजेक्ट सालाना लगभग दो लाख टन चावल के भूसे का उपयोग करके सालाना लगभग तीन करोड़ लीटर इथेनॉल बनाएगी। कृषि-फसल अवशेषों का आखिरी इस्तेमाल करने से किसान सशक्त होंगे और उन्हें आय का एक और विकल्प मिलेगा।