रुपे क्रेडिट कार्ड से यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी कि UPI के जरिए 2 हजार रुपए तक के ट्रांजैक्शजन पर अब कोई फीस नहीं देनी होगी। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने हाल ही में एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि, रुपे क्रेडिट कार्ड धारकों को यूपीआई से पेमेंट पर यह छूट RBI के निर्देशों के तहत दी गई है।
NPC ने यह भी कहा है कि रुपे क्रेडिट कार्ड से 2000 रुपए तक के लेनदेन पर जीरो मर्चेंट डिस्कािउंट रेट (MDR) लगाया जाएगा। MDR यानी कि वह चार्ज, जो एक व्यापारी किसी बैंक को अपने कस्ट्मर्स से क्रेडिट या डेबिट कार्ड के जरिए पेमेंट स्वीकार करने पर पे करता है।
रुपे कार्ड के बारे में
रुपे भारतीय यानी कि एक घरेलू प्लास्टिक कार्ड है जिसे नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने लांच किया है। देश में पेमेंट सिस्टम का एकीकरण करना इसका उद्देश्य है। देश के सभी प्रमुख बैंकों द्वारा रुपे डेबिट कार्ड जारी किया जाता है। यह दूसरे कार्ड (यूरो पे, मास्टर कार्ड, वीजा) जैसा ही होता है। सभी भारतीय बैंक, एटीएम, पीओएस टर्मिनल या ई-कॉमर्स वेबसाइट पर आसानी से काम करता है।
रुपे कार्ड्स में ट्रांजेक्शन कॉस्ट लो होता है। इससे प्रोसेसिंग भी जल्दी होता है, क्योंकि इसकी प्रोसेसिंग देश में ही की जाती है। फिलहाल भारत में 1,236 बैंक रुपे कार्ड जारी कर सकते हैं।
UPI के जरिए 11 लाख करोड़ रुपए का लेनदेन
NPCI द्वारा UPI पेमेंट के आंकड़ों के अनुसार सितंबर में UPI के जरिए देश में कुल 11.16 लाख रुपए का लेनदेन हुआ था। यह आंकड़ा अगस्त के मुकाबले अधिक है। वहीं अगस्त में कुल 10.72 लाख करोड़ रुपए के लेनदेन UPI के जरिए हुए थे।