Water management startups: जल संरक्षण आज की जरूरत है। भविष्य में पानी से जुड़ी समस्याओं को खत्म करने की दिशा में विश्यव्यापी प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में भारत में भी वॉटर मैनेजमेंट से जुड़े कई स्टार्टअप्स फिलहाल काम कर रहे हैं जो जल संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन स्टार्टअप्स की तारीफ ‘मन की बात’ के 101 वें एपिसोड में की है। जानते हैं उन स्टार्टअप्स के बारे में जिनकी वजह से हम भविष्य में जल को सुरक्षा प्रदान कर सकेंगे।
प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री ने मन की बात में देश को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरूक किया जा रहा है। देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। अभी तक लगभग 50000 अमृत सरोवरों का निर्माण देश में हो चुका है।
वॉटर मैनेजमेंट पर बेस्ड स्टार्टअप्स के बारे में
FluxGen Startup: यह स्टार्टअप आईओटी टेक्नोलॉजी (IOT Techonology) के जरिए वॉटर मैनेजमेंट का विकल्प देता है। इस टेक्नोलॉजी की मदद से पानी के इस्तेमाल के पैटर्नस के बारे में हमें जानकारी मिलेगी। साथ ही पानी के प्रभावी इस्तेमाल में भी यह तकनीक मदद करती है। उदाहरण के लिए पानी के रिसाव का पता लगाना, पानी का जरूरत से ज्यादा खपत और चोरी के बारे में जानकारी देना इसका काम है। इस टेक्नोलॉजी को गणेश शंकर नाम के एक IISc छात्र द्वारा तैयार किया गया है।
LivNSense Startup: लीव-एन-सेंस (LivNSense) स्टार्टअप आर्टफिशियल इंटेलीजेंस (AI) और मशीन लर्निंग पर बेस्ड टेक्नोलॉजी है। जिसकी मदद से वॉटर डिस्ट्रिब्यूशन की प्रभावी निगारानी की जा सकती है। साथ ही इससे ये भी पता लगाया जा सकता है कि कितना पानी वेस्ट हो रहा है।
जलकुंभी कागज स्टार्टअप: प्रधानमंत्री ने तीसरे वॉटर मैनेजमेंट स्टार्टअप के बारे में बात की जो कुंभी कागज स्टार्टअप है। यह एक ऐसा स्टार्टअप है जिसमें जल कुंभी से कागज तैयार किया जा रहा है। एक तरफ जहां इस स्टार्टअप से जल कुंभी की समस्या खत्म होगी वहीं दूसरी तरफ पेपर बनाने का विकल्प भी मिलेगा। साथ ही लोगों को रोजगार भी मिलेगा।