

Foreign Trade Policy 2023 केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने नई विदेश व्यापार नीति (Foreign Trade Policy 2023) को लॉन्च कर दिया है। उन्होंने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि इसका फोकस रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने पर रहेगा। यह विदेश व्यापार नीति एक अप्रैल 2023 से लागू हो जाएगी। इस पॉलिसी का इंतजार भारत में लंबे समय से हो रहा था। कोरोना के कारण इस पर ब्रेक लगा दिया गया था और इसमें करीब तीन साल की देरी हो गई है।
2030 तक दो ट्रिलियन डॉलर होगा भारत का व्यापार
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने विदेश व्यापार नीति 2023-28 को लॉन्च करते हुए इसके लक्ष्य को लेकर बात की। इस पॉलिसी का लक्ष्य भारत के निर्यात को 2030 तक दो ट्रिलियन डॉलर तक ले जाना है।
रुपये में व्यापार पर फोकस
नई नीति की घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस पॉलिसी का फोकस रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार को आगे बढ़ाना है बता दें कि नई एफटीपी एक अप्रैल, 2023 से लागू होगी।
वहीं, विदेश व्यापार महानिदेशालय संतोष सारंगी ने बताया कि वित्त वर्ष 2023 में भारत का कुल निर्यात 2021-22 में 676 अरब डॉलर के मुकाबले 760 अरब डॉलर को पार कर सकता है।
नई विदेश व्यापार नीति की खासियत
पिछली पंचवर्षीय विदेशी व्यापार नीति की तरह इसके खत्म होने की कोई समय सीमा तय नहीं है। डीजीएफटी की तरफ से इसे लेकर कहा गया है कि जब भी जरूरत होगी, इसमें बदलाव होंगे।
पिछली विदेश व्यापार नीति 1 अप्रैल, 2015 से लागू थी। इसके समाप्त होने की तिथि 2020 थी, लेकिन कोरोना की वजह से इसे आगे बढ़ा दिया गया था।
किन सेक्टरों को फायदा
नई नीति के अनुसार ई-कॉमर्स निर्यात 2030 तक 200 से लेकर 300 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। साथ ही कूरियर सेवा के माध्यम से होने वाले निर्यात की वैल्यू लिमिट को 5 लाख रुपये से बढ़कर 10 लाख रुपये प्रति खेप किया गया है।