Financial year 2024-25: 1 April 2024 नए वित्त वर्ष की शुरूआत हो चुकी है। ऐसे में लेन-देन, पैसे से जुड़ी चीजों में कुछ अहम बदलाव हुए हैं। क्या आप जानते हैं इस फाइनेंशियल ईयर में क्या-क्या बदले गए हैं जो आपकी जेब पर असर डाल सकते हैं साथ ये भी जानेंगे क्या होता है ये फाइनेंशियल ईयर और हर साल ये क्यों बदलता है।
क्या होता है वित्तीय वर्ष?
हर साल नए वित्तीय वर्ष की शुरूआत 1 अप्रैल से होती है। वित्तीय वर्ष को केवल 12 महीनों की अवधि के रूप में डिफाइन किया जाता है। इस बीच सरकारें आय अर्जित करती हैं। 12 महीनों यानी कि एक साल की अवधि के बीच उत्पन्न किसी भी राजस्व का मूल्यांकन वित्तीय वर्ष (Financial year 2024-25) के लिए किया जाएगा। वित्तीय वर्ष का सबसे प्राइमरी लक्ष्य होता है आय विवरण की गणना करना। वित्त वर्ष 2024-25 1 अप्रैल को खत्म हो चुका है और नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत के साथ ही इस साल पैसों से जुड़ी कुछ चीजों में महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं। जो आपकी बजट को प्रभावित करेंगे। जानते हैं क्या है वो नियम…
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से जुड़ा बदलाव
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में एक बड़ा बदलाव हुआ है जिसके तहत नए वित्त वर्ष में अगर कोई कर्मचारी नौकरी बदलेगा तो उसका पीएफ खाता अपने आप ही नई कंपनी के पास ट्रांसफर हो जाएगा। पहले के नियम के मुताबिक इसे सब्सक्राइबर्स की रिक्वेस्ट पर ट्रांसफर किया जाता था।
टैक्स से जुड़ा बदलाव
वित्तीय वर्ष (Financial year 2024-25) के लिए टैक्स से जुड़े नए नियम को इंट्रोड्यूड किया है। वित्त वर्ष से न्यू टैक्स रिजीम डिफॉल्ट टैक्स रिजीम के रूप में काम काम करेगी। इसके तहत अगर कोई व्यक्ति किसी भी टैक्स रिजीम को सिलेक्ट नहीं करता है तो उसका आईटीआर नए टैक्स रिजीम के तहत ही पे होगा।
बिना KYC टोल भुगतान नहीं
नए फाइनेंशियल ईयर के नियमों के मुताबिक 1 अप्रैल 2024 से केवाईसी किए गए फास्टैग को निष्क्रिय किया जाएगा। अप्रैल से पहले फास्टैग में केवाईसी अपडेट करना अनिवार्य किया गया था।
एनपीएस खाते से जुड़ा अहम बदलाव
एनपीएस खाते (NPS) के लॉगिन के नियमों में भी कुछ अहम बदलाव किए गए हैं। दरअसल PFRDA ने एनपीएस खाते में आधार-बेस्ड ऑथेंटिकेशन को जरूरी किया है। इससे ये होगा कि अब एनपीएस खाते में लॉग इन करने के लिए आईडी पासवर्ड के साथ ही आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को भी देना होगा।
SBI ने बढ़ाई डेबिट कार्ड की फीस
एसबीआई (SBI) ने अपने कस्टमर्स के डेबिट कार्ड की सालाना मेंटेनेंस फीस को बढ़ा दिया है। इस वित्तीय वर्ष (Financial year 2024-25) के लिए लाए गए नए नियम 1 अप्रैल से लागू हो गए हैं। इसके साथ ही एसबीआई क्रेडिट कार्ड से रेंट पेमेंट पर मिलने वाले रिवार्ड प्वाइंट को भी बंद कर दिया गया है।
इंश्योरेंस सेक्टर में महत्वपूर्ण बदलाव
इंश्योरेंस सेक्टर में भी महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। अब पॉलिसी सरेंडर पर सरेंडर वैल्यू इस बात पर डिपेंडेंट है कि आपने कितने सालों में पॉलिसी को सरेंडर किया है।