केंद्र सरकार ने स्वच्छता अभियान के दौरान जमा हुए कचरे से 70 करोड़ रुपए की कमाई की है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस अभियान से अभी 1,000 करोड़ रुपये और राजस्व जुटाया जा सकता है। केंद्र सरकार के कोयला मंत्रालय ने कचरा निपटान के जरिए 8 महीने में 70 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया है। वहीं, केंद्र सरकार दूसरे विभागों के जरिए 31 अक्टूबर को पूरे हो रहे तीसरे चरण में हासिल होने वाले स्क्रैप की बिक्री से 1,000 करोड़ रुपये कमाई का अंदाजा लगाया है।
‘स्वच्छता’ अभियान से मिला बड़ा राजस्व
केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया है कि अक्टूबर से ‘स्वच्छता’ अभियान के तीसरे वर्जन के पूरा होने के बाद स्क्रैप निपटान से 1,000 करोड़ रुपये का लाभ सरकार को हो सकता है। प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (DARPG) के सचिव के द्वारा कहा गया है कि केंद्र सरकार ‘स्वच्छता’ को संस्थागत बनाने और अपने सभी विभागों में लंबित मामलों को कम करने के लिए पूरी निष्ठा से काम कर रही है।
1.37 लाख साइट से 520 करोड़ आय
आंकड़ों को देखें तो अक्टूबर 2022 में ‘स्वच्छता’ अभियान 2.0 के संचालन के बाद से यह अभियान अब तक 1.37 लाख साइट पर आयोजित हो चुकी है। इससे जमा हुईं स्क्रैप वस्तुओं से 520 करोड़ रुपये की आय सरकार को हुई है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि 31 अक्टूबर 2023 तक स्क्रैप के निपटान से 1,000 करोड़ रुपये हासिल किए जा सकेंगे।
इसके अलावा स्वच्छता अभियान के दूसरे चरण के दौरान कम से कम 50 लाख फाइलें भी हटाई गईं, 172 लाख वर्ग फुट कार्यालय खाली हुआ और 31.35 लाख सार्वजनिक शिकायतों के मामलों का निपटारा भी हुआ।
कोयला मंत्रालय और इनके सभी सार्वजनिक उपक्रमों ने स्वच्छता अभियान के तहत 10,266 मीट्रिक टन कचरे को डिस्पोज किया और जनवरी से अगस्त 2023 तक 70 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया है। जबकि, 6,929,401 वर्ग फुट जगह को साफ-सुथरा भी किया गया और पर्यावरण के अनुकूल जूट/कपड़े के थैले बांटे गए। Clean India Campaign Scrap Sale कई मायनों में खास रहा उम्मीद है आने वाले समय में इसके और भी कई लॉग टर्म फायदे सामने आएंगे।