Atal Pension Yojana (APY) भारत सरकार की एक पेंशन स्कीम है जो खासकर असंगठित क्षेत्र (जैसे मजदूर, ड्राइवर, घरेलू कामगार) के लोगों के लिए बनाई गई है। इसका मकसद है बुज़ुर्ग होने पर एक तय पेंशन देना, ताकि रिटायरमेंट के बाद भी एक बेसिक इनकम बनी रहे।
यह योजना भारतीय नागरिकों के लिए है, जिनकी उम्र 18 से 40 साल के बीच है। 60 साल के बाद निवेशक को पेंशन मिलती है, जो ₹1000 से ₹5000 तक हो सकती है।
कितनी पेंशन मिल सकती है?
APY में पांच पेंशन ऑप्शन हैं,
- ₹1,000 प्रति माह
- ₹2,000 प्रति माह
- ₹3,000 प्रति माह
- ₹4,000 प्रति माह
- ₹5,000 प्रति माह
पेंशन अमाउंट इस पर डिपेंड करता है कि आपने किस उम्र में योजना में शामिल हुए और आपने कितना और कितने समय तक योगदान (contribution) किया।
पेंशन बढ़ाना संभव है क्या?
जी हां! अगर आपने शुरुआत में ₹2000 की पेंशन के लिए रजिस्ट्रेशन किया है, लेकिन अब आप ₹5000 पेंशन चाहते हैं, तो आप इसे अपग्रेड कर सकते हैं। PFRDA (Pension Fund Regulatory and Development Authority) हर साल एक बार आपको पेंशन राशि बढ़ाने या घटाने का ऑप्शन देता है। इसका मतलब, हर फाइनेंशियल ईयर में आप अपना पेंशन अमाउंट बदल सकते हैं। यानी ₹2000 से ₹5000 तक बढ़ा सकते हैं।
पेंशन अपग्रेड का आसान तरीका
- अपनी बैंक ब्रांच में जाएं जहाँ आपका APY अकाउंट है।
- एक एप्लिकेशन लिखें या बैंक से ‘APY Modification Form’ मांगें।
- इसमें नई पेंशन राशि (₹5000) की रिक्वेस्ट डालें।
- बैंक आपकी उम्र के हिसाब से नए मंथली योगदान (monthly contribution) की गणना करेगा।
- बढ़ा हुआ अमाउंट हर महीने ऑटो-डेबिट के ज़रिए आपके अकाउंट से कटेगा।
- नए योगदान के लिए आपको नया ऑटो डेबिट फॉर्म भी भरना पड़ सकता है।
किन बातों का ध्यान रखें?
पेंशन राशि हर वित्तीय वर्ष में एक बार ही बदली जा सकती है। ज्यादा पेंशन के लिए हर महीने ज्यादा योगदान देना होगा। अगर आप नियमित भुगतान नहीं करते हैं, तो अकाउंट पर पेनाल्टी लग सकती है या अकाउंट बंद हो सकता है। APY से मिलने वाली पेंशन पूरी तरह टैक्स-फ्री नहीं है। इसलिए इनकम टैक्स नियमों को जरूर समझ लें।