

Indian Army के जवानों को अक्सर आपने पैराशूट और फाइटर जेट से हवाई स्टंट करते हुए जरूर देखा होगा। लेकिन अब इंडियन आर्मी (Indian Army) के जवान हवा में उड़ सकेंगे। इसके लिए भारतीय सेना ने एक ब्रिटिश कंपनी के जेटपैक सूट का परीक्षण शुरू किया है। हाल ही में भारतीय सेना के आगरा स्थित एयरबोर्न ट्रेनिंग स्कूल (AATS) में इस सूट का प्रदर्शन हुआ। भारतीय सेना ने स्पेशल सिचुएशन में सीमा पर तैनाती के लिए 48 जेटपैक सूट खरीदने का फैसला लिया है। भारतीय सेना को जेटपैक सूट मिलने के बाद भारतीय सैनिक सीमावर्ती और दुर्गम क्षेत्रों में एक जगह से उड़कर दूसरी जगह पर जाने में सक्षम होंगे। यही नहीं इस सूट की मदद से भारतीय जवान अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्रों में सामरिक मजबूती बनाने में सफलता हासिल करेंगे।
भारतीय सेना खरीदेगी 48 जेटपैक सूट
भारतीय सेना ने अपने लिस्ट में हाईटेक सुरक्षा टूल्स को शामिल करने के लिए 48 जेटपैक सूट खरीदने का फैसला किया है। इसके लिए 24 जनवरी को निविदा जारी की जा चुकी है। यह खरीद आपातकालीन प्रावधानों और फास्ट-ट्रैक प्रक्रियाओं के तहत होनी है। ब्रिटिश कंपनी ग्रेविटी इंडस्ट्रीज कंपनी ने जेटपैक सूट को डेवलप किया है। जिनका परीक्षण किया गया।
Yesterday, Richard Browning the founder of #Gravity Industries gave a demo of their #Jetpack system to the Indian Army in #Agra.
The #IndianArmy has issued the requirement to procure 48 such systems.#IADN pic.twitter.com/0dcEW3hjyb
— Indian Aerospace Defence News (IADN) (@NewsIADN) February 28, 2023
‘मेक इन इंडिया’’ नियमों के तहत होगी सेना को आपूर्ति
आगरा के एयरबोर्न ट्रेनिंग स्कूल में ब्रिटिश कंपनी ग्रेविटी इंडस्ट्रीज के संस्थापक रिचर्ड ब्राउनिंग ने अपनी कंपनी के जेटपैक सिस्टम के बारे में जानकारी दी है। वीडियो में देखा जा सकता है कि ब्राउनिंग जेटपैक सूट पहनकर हवा में आसानी से नेविगेट कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक जेटपैक सूट बनाने वाली कंपनी कम दस साल के लिए इनका रखरखाव प्रबंधन भी करेगी। ऐसा कहा जा रहा है कि यह जेटपैक ”मेक इन इंडिया” प्रावधानों के तहत सेना को आपूर्ति होंगे।
खास होगा सेना का जैकपैक सूट
• जैकपैक सूट सुरक्षित चढ़ाई, सुरक्षित टेक-ऑफ और लैंडिंग और सभी दिशाओं में अटैक करने में सक्षम हो सकता है।
• इस सूट की अधिकतम गति 50 किमी. प्रति घंटा तथा तकनीकी रूप से 12 हजार फीट की ऊंचाई तक मानी जा रही है।
• जेटपैक सूट 80 किग्रा. भार के साथ न्यूनतम 8 मिनट की उड़ान का समय हो सकता है।
• हर जेटपैक की शेल्फ लाइफ 10 साल होनी चाहिए।
• पूरे सिस्टम का कुल वजन (मानव को छोड़कर) 40 किलोग्राम से अधिक नहीं होगा।
• ऐसा भी कहा जा रहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम के बाद भारत तीसरा देश बन जाएगा, जिसके पास जेटपैक सैनिक होंगे।