

भारत को अपनी कृषि स्थिति को बनाए रखना चाहिए और इस क्षेत्र में नए मुकाम हासिल करता रहे । इसी लक्ष्य के साथ सरकार कृषि से जुड़ी तमाम योजनाएं लेकर आती है ।
किसानों के हित के लिए कई लोन, सब्सिडी और बीमा की व्यवस्था की जा रही है। किसान परिवारों की समृद्धि और आय बढ़ाने के लिए हर दिन नए-नए प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार अब युवाओं को इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए
प्रोत्साहित कर रही है। विशेष रूप से किसान परिवारों के बच्चे, जो कृषि के क्षेत्र में रुचि रखते हैं। इन बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप का प्रावधान किया गया है । राजस्थान सरकार ने छात्रा प्रोत्साहन योजना चलाई है, जिसके तहत बालिकाओं को एग्रीकल्चर सेक्टर की पढ़ाई के लिए 40,000 रुपये का अनुदान दिया जाता है ।
क्या है छात्रा प्रोत्साहन योजना
राजस्थान सरकार ने हाल ही में जारी अपने बजट में छात्रा प्रोत्साहन योजना के लिए धन में वृद्धि की है।
कृषि में रुचि रखने वाली लड़कियों को अब एग्रीकल्चर स्टडीज के लिए 40 हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी जाएगी। इससे पूर्व छत्र प्रोत्साहन योजना के तहत 11वीं व 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्राओं को एग्रीकल्चर की पढ़ाई के लिए 5,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती थी । हालांकि, राजस्थान ने प्रोत्साहन राशि 5,000 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दिया है ।
• वहीं एग्रीकल्चर में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए 12,000 रुपये का अनुदान दिया जाता था । इसे भी बढ़ाकर 25,000 रुपये किया गया है ।
• जो छात्राओं एग्रीकल्चर में पीएचडी कर रही थीं, उन्हें 15,000 रुपये का सहायतानुदान मिलता था, जिसे बढ़ाकर 40,000 रुपये किया गया है ।
• जानकारी के लिए बता दें कि एग्रीकल्चर सेक्टर की पढ़ाई के लिए यह रकम हर साल दी जाती है, लेकिन इस बार के बजट में इजाफा करके 50 करोड़ के अनुदान का प्रावधान किया गया है ।
कौन ले सकता है इस स्कीम का लाभ
वैसे तो राजस्थान सरकार की छात्रा प्रोत्साहन योजना का लाभ एग्रीकल्चर स्टडी करने वाली हर छात्रा ले सकती हैं, लेकिन सरकार ने कुछ पात्रता भी निर्धारित की है ।
• इस स्कीम में आवेदन करने के लिए छात्रा राजस्थान की मूल निवासी होनी चाहिए ।
• राजस्थान के गांव या शहर में रहने वाली छात्राएं भी लाभ ले सकती हैं ।
• आवेदक छात्रा का खुद का बैंक अकाउंट होना अनिवार्य है ।