Research से यह साबित हुआ है कि अगर आप किसी की मदद करते हैं तो ये आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। अक्सर बड़ों से आपने एक बात जरूर सुनी होगी, कि मदद करने से मदद मिलती है और इस बात को सही साबित किया है हेल्थ पर हुए रिसर्च ने। दरअसल हाल ही में प्रकाशित एक रिसर्च में यह बात सामने आयी है कि बदले की चाहत किए बगैर परोपकारी काम करने से दिमाग शरीर में हैप्पी हॉर्मोन्स को रिलीज करता है, जिसकी वजह से व्यक्ति को खुशी का एहसास होता है।
दूसरों की मदद से बीपी होता है कंट्रोल
शोध यह बताते हैं कि किसी की मदद करने से बीपी कंट्रोल होता है। इस रिसर्च के लिए हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के दो ग्रुप्स बनाए हैं। एक ग्रुप में लगभग 3 हजार रुपए खुद पर खर्च करने के लिए कहा गया और दूसरे समूह को दूसरों की भलाई के लिए खर्च करने के निर्देश दिए गए। 6 हफ्ते बाद यह बात सामने आयी कि दूसरों पर खर्च करने वाले लोगों का ब्लड प्रेशर खुद पर खर्च करने वालों के ब्लड प्रेशर से बेहतर स्थिति में था। यानी कि जिन्होंने दूसरों के लिए परोपकार के काम किए उनका बीपी कम हुआ और उनकी सेहत भी बेहतर थी।
इंग्लैंड में एक और शोध किया गया जिसमें 3 समूह बनाए गए। एक को हर रोज किसी की मदद करने के लिए कहा गया। दूसरे व्यक्ति को रोज एक नया काम मिला और तीसरे व्यक्ति को कुछ नहीं करने को कहा गया। जिन लोगों ने दूसरों की मदद की थी और नए काम पर ध्यान दिया उनकी खुशी में बढ़ोतरी हुई।
छोटी मदद बड़ी खुशी
शोध भले ही कुछ कहें, पर ये तो आप भी महसूस करेंगे कि किसी की मदद करने से अच्छा महसूस होता है। आप अच्छा महसूस करेंगे तो आप सकारात्मक सोच पाएंगे और सकारात्मक सोच अच्छा करने के लिए प्रेरित करती है। यानी कि एक छोटी मदद से आप बड़ी खुशियां पा सकते हैं।
इन छोटे-छोटे कामों में कुछ भी हो सकता है, जैसे डिलीवरी करने आए व्यक्ति को पानी के लिए पूछ लेना। कठिन समय से गुजर रहे दोस्त या परिवार के मन की बात सुनना और उनकी संभव मदद कर देना। रात होने पर दोस्त को घर छोड़ना या राह चलते किसी जरूरतमंद को लिफ्ट दे देना। मदद छोटी या बड़ी हो सकती है पर उससे मिलने वाली खुशी निश्चित ही बड़ी होती है।