देशभर में 600 से ज्यादा पीएम किसान समृद्धि केंद्रों का शुभारंभ किया जा चुका है। जिसके तहत अब किसानों को बीज, खाद, उर्वरक, कीटनाशक, कृषि उपकरण और मिट्टी की जांच करवाने के लिये भटकने की जरूरत नहीं होगी।
किसानों को एक ही जगह सभी सुविधाएं मिलेगी। इस सुविधा के पहले किसानों को सभी सामान के लिये अलग-अलग दुकानों पर जाना होता था। वहीं कभी-कभी सही क्वालिटी के बीज, खाद, उर्वरक और कीटनाशक ना मिल पाने के कारण कृषि के कामों में देरी भी हो जाती थी। जिसकी वजह से उत्पादन पर प्रभाव पड़ता था। लेकिन अब एक ही छत के नीचे सभी सुविधाओं से किसान को आराम मिलेगा।
बता दें इस सुविधा के बाद अब किसानों को किसान समृद्धि केंद्रों पर एक्सपर्ट्स के साथ जुड़ने का भी मौका दिया जा रहा है। इन समृद्ध केंद्रों के माध्यम से किसानों के लिये गोष्ठी और कार्यक्रमों का आयोजन भी हो रहा है। जिसमें हर 15 दिन या महीने भर के अंतराल पर कृषि विशेषज्ञों से जुड़ने और शंका समाधान करने की सुविधा दी जा रही है।
बंद होगी उर्वरकों की कालाबाजारी
पीएम किसान समृद्धि केंद्र (PM Kisan Samridhi Kendra) को शुरू करने के पीछे का उद्देश्य है कि इन प्लेटफॉर्म से किसानों को सभी कृषि सेवायें मिलेंगी। वहीं सरकार के इस कदम से उर्वरकों की कालाबाजारी भी रुकेगी। बता दें पिछले कुछ सालों में बढ़ती उर्वरकों की मांग ने इसके अवैध व्यापार को भी बढ़ावा दिया था। अचानक उर्वरकों की मांग बढ़ने से व्यापारी और दुकानदार भी खाद-उर्वरक की जमाखोरी करते थे। मांग बढ़ने पर सरकारी नियमों का उल्लंघन करके डबल कीमत पर बेचा जा रहा था।
उर्वरकों पर दुर्घटना बीमा का लाभ
किसान समृद्धि केंद्र सिर्फ खरीद-बिक्री तक ही सीमित नहीं होगा, बल्कि यहां किसानों को कई तरह की सुविधायें भी मिलेंगी। यहां आने वाले ग्राहक किसानों को उर्वरकों के लिए दुर्घटना बीमा का लाभ ले सकेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि इफको की तरफ से खाद-उर्वरक की बोरी पर 4,000 रुपये का दुर्घटना बीमा मिलता है। इसके लिये ग्राहक किसानों को उर्वरक खरीदने के बाद पॉक्स मशीन से पक्का बिल भी ले सकते हैं।
अशिक्षित किसानों के लिए सही कदम
ग्रामीण इलाकों में आज भी कई किसान अनुभव से ही खेती करते हैं। ऐसे में जिन किसानों को तकनीकी रूप से कम जानकारी है उन्हें फायदा मिल सकेगा। अब कम पढ़े-लिखे किसान सरकार के इस कदम से समृद्धि केंद्र ही किसानों को बहुआयामी मदद का आश्वासन दे रहे। इन केंद्रों पर मिट्टी के नमूनों की जांच के साथ सही, कृषि विशेषज्ञ की सलाह, उर्वरक, बीज, खाद, कीटनाशकों के बारे में भी बताया जाएगा।