
भारतीय सेना ने खुद को और मजबूत करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है। दरअसल सेना और वायूसेना की ताकत को और मजबूत बनाने के लिए सेना में एक और नए मिसाइल को शामिल किया है। ओडिशा के चांदीपुर में DRDO ने आकाश मिसाइल के एडवांस वर्जन का सफल परीक्षण किया गया। इस मिसाइल को ’आकाश प्राइम’ नाम दिया गया है। परीक्षण के दौरान नए मिसाइल ने मानव रहित डमी आकाशीय लक्ष्य को इंटरसेप्ट किया और सही निशाना साध कर उसे नष्ट कर दिया।
इस मिसाइल के पिछले वर्जन की तुलना में यह स्वदेशी उन्नत सटीकता वाले उपकरण से लैस है। इसके अलावा अधिक ऊंचाई पर कम तापमान होने पर भी इसका प्रदर्शन देखने योग्य होगा। मौजूदा आकाश मिसाइल के ग्राउंड सिस्टम में बदलाव कर इसका फ्लाइट टेस्ट किया गया है। आकाश प्राईम में सख्त ऑन्बोर्ड इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम दिया गया है। ताकि यह शून्य से 35-40 डिग्री सेल्सियस नीचे भी काम कर सके।
डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने भी आकाश प्राइम मिसाइल के सफल उड़ान परीक्षण के लिए टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘आकाश प्राइम प्रणाली भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के विश्वास को और बढ़ाएगी क्योंकि आकाश प्रणाली को पहले ही शामिल कर लिया गया है और अब और अधिक घातक मिसाइलों के साथ इसमें सुधार किया जा रहा है’।