मेहनत और जुनून एक दिन सफलता का शोर जरूर मचाती है। फिर चाहे परिस्थितियां कैसी भी हो। और इस बात को साबित किया है कोच्ची की रहने वाली हन्ना एलिस ने। हन्ना ने 12 वीं की PWD कैटेगरी में टॉप किया है। उन्होंने 500 में से 496 अंक प्राप्त किए हैं। और अब 19 वर्षीय हन्ना को अमेरिकी स्कॉलरशिप भी मिली है। उन्हें हायर एजुकेशन के लिए यूएस के इंडियाना में स्थित यूनिवर्सिटी से पूरी स्कॉलशिप दी जा रही है।
केरल के कोच्चि में रहने वाली हन्ना एलिस साइमन माइक्रोफथाल्मिया नामक बीमारी से पीड़ित हैं। यह एक ऐसी स्थिति जिसकी वजह से वह देख नहीं पाती हैं। बावजूद इसके उनकी प्रतिभा काबिले तारीफ है। हन्ना कोच्चि के राजगिरी क्राइस्ट जयंती पब्लिक स्कूल 'रेगलुर' में पढ़ती हैं। दिखाई नहीं देने के बावजूग उन्होंने कभी अपनी शारीरिक क्षमता को अपने जुनून को आगे नहीं आने दिया। हन्ना ने हाल ही में 'Welcome Home' नाम से एक बुक लिखी है। हन्ना एक YouTuber, एक सिंगर, एक मोटिवेशनल स्पीकर और राइटर हैं।
बेटी के लिए मां ने सीखी ब्रेल लिपि
हन्ना की मां एक टीचर हैं, जिन्होंने अपनी बेटी को पढ़ाने खुद पहले ब्रेल लिपी सीखी फिर बेटी को पढ़ने-लिखने में काबिल बनाया। एक अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक, हन्ना के पिता, साइमन, एक प्राइवेट फर्म में लीगल मैनेजर का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि जब हमने ब्लाइंड स्कूलों के बारे में पूछताछ की, तो हमें पता चला कि हन्ना वहां केवल 10वीं कक्षा तक ही पढ़ सकती है। लेकिन हम चाहते थे कि वो आम बच्चों की तरह पढ़े-लिखे और आगे बढ़े। इसलिए मेरी पत्नी लीजा ने खुद ब्रेल सीखी और हन्ना को पढ़ाना शुरू किया। आज हन्ना की उपलब्धि वाकई औरों को ताकत दे रही है।
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