Commonwealth Games: कौन हैं बेकहम और रोनाल्डो सिंह जिनसे कॉमनवेल्थ गेम्स में की जा रही पदक की उम्मीद!



Commonwealth Games 2022: साइकिलिंग में भारत को अपने दो खिलाड़ियों डेविड बेकहम और रोनाल्डो सिंह से पदक की उम्मीद की जा रही है। ये दोनों खिलाड़ी भारत के लिए उम्मीद बनकर उभरे हैं। साइकलिंग एक ऐसा इवेंट है, जिसमें भारतीय टीम का प्रदर्शन अब तक कुछ खास नहीं रहा है।2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में नौ साइकिलिस्ट भारत का प्रतिनिधित्व किया था लेकिन इसमें से कोई भी पदक नहीं जीत सका था। ऐसे में इस बार साइकिलिंग में बेकहम और रोनाल्डो से भारत की उम्मीदें जागी है।

दोनों ही खिलाड़ी पिछले कुछ समय में भारत के स्टार साइकिलिस्ट बने हुए हैं। इनके प्रदर्शन ने भारत की उम्मीदों को बढ़ाया है। दोनों ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में कई पदक अपने नाम किए हैं।

डेविड बेकहम

डेविड बेकहम फुटबॉल के शानदार खिलाड़ी हैं। उनके फ्री-किक का हर कोई मुरीद है। पर ये वाला डेविड बैकहम भारत के डेविड बैकहम हैं और वे साइकलिंग करते हैं। बेकहम का नाम सबसे पहली बार 2020 में चर्चा में आया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 जनवरी को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में बेकहम का जिक्र किया।


19 साल के बेकहम ने साल 2020 के खेलो इंडिया यूथ गेम्स में अंडर-17 स्प्रिंट साइकिलिंग में 10.891 सेकंड का समय लेकर गोल्ड जीता था। इसके साथ ही उन्होंने अंडर-17 टीम स्प्रिंट में भी कांस्य पदक जीता था। तब पीएम मोदी ने बेकहम की जमकर तारीफ की थी।

बेकहम निकोबार के कार निकोबार में पार्का गांव के रहने वाले हैं। वहां वे अपने छोटे से घर में अपने मामाजी और नानाजी के साथ रहते हैं। उनके घर के पीछे वाले हिस्से में रोडस्टर साइकिल आपको मिल जाएगी। बेकहम ने इसका मडगार्ड और टॉप ट्यूब निकाल दिया है, ताकि वह गांव में इस साइकिल से प्रैक्टिस कर पाएं। डेविड साइकिलिस्ट देबोराह हैरोल्ड और ईसो एल्बेन को अपनी प्रेरणा मानते हैं। उनका सपना है कि वे देश के लिए ओलंपिक में साइकिलिंग में पदक जीतें।

रोनाल्डो सिंह

मणिपुर के साइकिलिस्ट रोनाल्डो को 2016 में भारतीय खेल प्राधिकरण ने चयनित किया। साई के बेहतरीन कोच की देखरेख में रोनाल्डो की प्रतिभा निखरी। 2018 में रोनाल्डो सिंह को पहली बार भारतीय टीम में चुनी गया। तब उनकी उम्र सिर्फ 16 साल की थी।


एशिया कप ट्रैक चैंपियनशिप में रचा इतिहास

6.1 फुट हाइट के रोनाल्डों को अपनी ऊंचाई का पूरा फायदा साइकलिंग में मिलता है। 2019 में 17 साल की उम्र में जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में आयोजित जूनियर विश्व चैंपियनशिप में टीम स्प्रिंट में रोनाल्डो ने गोल्ड मैडल जीता था। 2019 में एशिया कप ट्रैक चैंपियनशिप में रोनाल्डो ने 200 मीटर टाइम ट्रायल स्प्रिंट के क्वालिफाइंग राउंड में सर्फ 10.065 सेकंड का समय निकालकर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। इसके बाद 2022 एशियाई ट्रैक साइकिलिंग चैंपियनशिप में रोनाल्डो ने कुल तीन पदक अपने नाम किए। अब बर्मिंघम में होने वाले प्रतियोगिता में भारत उनकी ओर उम्मीदों से देख रहा है।


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