प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister modi) 14 जुलाई को इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका के नेताओं के साथ I2U2 के पहले नेताओं के शिखर सम्मेलन (Summit) में शामिल होंगे। I2U2 का उद्देश्य पानी, ऊर्जा, परिवहन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा जैसे छह पारस्परिक रूप से पहचाने गए क्षेत्रों में संयुक्त निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए रखा गया है।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने बयान जारी कर कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी I2U2 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले हैं, जिसमें इज़राइल के पीएम यायर लापिड, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और यूएसए के राष्ट्रपति बाइडेन भाग लेंगे।’
I2U2 ग्रुपिंग की रूपरेखा को पिछले साल 18 अक्टूबर को हुई चार देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान तैयार की गई थी। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘प्रत्येक देश में सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा करने के लिए नियमित रूप से शेरपा स्तर की बातचीत की जाएगी।‘
यह बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण, हमारे उद्योगों के लिए कम कार्बन विकास मार्ग, सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार, और महत्वपूर्ण उभरती और हरित प्रौद्योगिकियों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए निजी क्षेत्र की पूंजी
और विशेषज्ञता को जुटाने की अकांक्षा रखती है।
ये प्रोजेक्ट आर्थिक सहयोग के लिए एक मॉडल के रूप में काम कर सकती हैं और हमारे व्यवसायियों और श्रमिकों के लिए अवसर प्रदान करेगी।