मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के साइंटिस्ट ने एक ऐसा फैब्रिक तैयार किया है। जो छिपकर बातें सुनेंगे। ये फैब्रिक माइक और स्पीकर की तरह काम करते हैं। जो मुंह से निकले शब्द, पक्षियों की चहचहाहट और उड़ते पत्तों की आवाजों को आसानी से डिटेक्ट कर पाएंगे।
नेचर जर्नल में पब्लिश हुए इस रिसर्च के अनुसार, आवाज सुनने वाले ये फाइबर्स एक कपड़े में बुनकर तैयार किए गए हैं। जब कोई इंसान इस कपड़े को पहनेगा, तब ये फाइबर्स साउंड डिटेक्ट करेंगे। ये कपड़ा पहने हुए व्यक्ति के दिल की धड़कन को भी सुन पाएगा।
कैसे काम करेगा ये फैब्रिक?
रिसर्चर का कहना है कि कपड़ों और आवाजों का कनेक्शन सदियों पुराना है। अब तक हम कपड़े की मदद से अपनी आवाज को मोडिफाई करने की कोशिश करते रहे, लेकिन कपड़े को माइक की जगह इस्तेमाल करना एक नया और अनुठा कॉन्सेप्ट है।
वैज्ञानिक के मुताबिक ये कपड़ा ट्वारन नाम के मटेरियल और कॉटन से तैयार हुआ है। इन धागों का कॉम्बिनेशन साउंड एनर्जी को वाइब्रेशंस में बदलता है। साथ ही कपड़े में एक स्पेशल फाइबर का भी उपयोग हुआ है। ये पीजोइलेक्ट्रिक मटेरियल्स का बना है। ऐसे मटेरियल को दबाने या मरोड़ने से वोल्टेज प्रड्यूस होता है। इसके बाद ये सिग्नल्स एक डिवाइस के जरिए रिकॉर्ड करते हैं और पढ़े जाते हैं।
माइक के जैसे काम करने वाले ये फैब्रिक कई रेंज और लेवल के साउंड को पकड़ने में सक्षम है। रिसर्च कहता है कि, यह एक शांत लाइब्रेरी और ट्रैफिक के शोर के बीच का अंतर समझ सकता है। फिलहाल रिसर्चर्स एक ऐसे कम्प्युटर डिवाइस को विकसित कर रहे हैं, जो बैकग्राउंड में हो रहे शोर को भी आसानी से डिटेक्ट कर सके।
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