देश को अधिक वर्ल्ड चैंपियंस देने वाला इवेंट खेलो इंडिया यूथ गेम्स शुरू हो चुका है। गेम्स का चौथा संस्करण हरियाणा की मेजबानी में आयोजित हो रहा है।
खिलाड़ियों की संख्या के लिहाज यह देश का दूसरा सबसे बड़ा इवेंट है। यह स्पोर्ट्स इवेंट 13 जून तक चलेगा जिसमें 8,500 से ज्यादा खिलाड़ी, कोच और टेक्निकल सपोर्ट स्टाफ हिस्सा ले रहे हैं। इसके इवेंट देश के पांच अलग-अलग सेंटर पर आयोजित हो रहे हैं।
क्या है खेलो इंडिया यूथ गेम्स?
नेशनल गेम्स की तर्ज पर हर साल आयोजित होने वाला एक मल्टी स्पोर्ट्स इवेंट है। इसमें 22 साल से कम उम्र के खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं।
क्यों अहम है?
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में देश भर के प्लेयर हिस्सा लेते हैं। इस गेम्स ने अब तक मनु भाकर, सौरभ चौधरी, मेहुली घोष, हिमा दास, उन्नति हुड्डा, श्रीहरि नटराज, आकर्षि कश्यप जैसे चैंपियन प्लेयर्स दिए हैं, जिन्होंने बाद में एशियाड, कॉमनवेल्थ जैसी विश्व स्तरीय प्रतियोगिताओं में देश को मेडल दिलाया हैं।
कौन-कौन से खेल शामिल हैं?
ओलिंपिक स्पोर्ट्स: आर्चरी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, साइक्लिंग, फुटबॉल, जिम्नास्टिक, हॉकी, जूडो, शूटिंग, स्विमिंग, टेनिस, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल, वेट लिफ्टिंग, रेसलिंग।
नॉन ओलिंपिक स्पोर्ट्स: गतका, हैंडबॉल, कबड्डी, कलारिपट्टू, खो-खो, मलखंभ, थांगा और योगा।
कितने खिलाड़ी खेल रहे हैं?
पंचकुला में 4,700 से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। बाकी खिलाड़ी अन्य सेंटर्स से हिस्सा लेंगे । जैसे चंडीगढ़, अंबाला, शाहबाद और दिल्ली।
कितने मेडल दांव पर हैं?
गेम्स में कुल 1,866 मेडल दांव पर हैं। इनमें 545 गोल्ड, 545 सिल्वर और 776 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। खेलो इंडिया योजना का उद्देश्य 2028 और 2032 के ओलिंपिक गेम्स की मेडल टैली में भारत को टॉप-10 में लाना है। पहले इन्हें खेलो इंडिया स्कूल गेम्स के नाम से शुरू किया गया था। बाद में खेलो इंडिया यूथ गेम्स कर दिया गया।
क्राइटेरिया क्या है इन गेम्स में खेलने का?
आमतौर पर SGFI स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के नेशनल टूर्नामेंट और ओपन नेशनल से टॉप-8 खिलाड़ी हिस्सा लेते थे, लेकिन इस बार कोरोना के कारण गेम्स के आयोजकों ने सभी खेलों के नेशनल फेडरेशन से रैंकिंग के आधार पर टॉप-8 खिलाड़ियों की एंट्री मंगाई है, क्योंकि कोरोना के कारण कई टूर्नामेंट नहीं हो सके।