HIGHLIGHTS:
- कैलाश मानसरोवर यात्रा होगी आसान
- चीन या नेपाल से नहीं बल्कि उत्तराखंड से होकर बन रही है सड़क
- आने वाले सालों में मोटरेबल होगी यात्रा
Kailash Mansarover Yatra की चाह रखने वालों के लिए अच्छी खबर है। भारत सरकार जल्द ही कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए नया मार्ग पूरा करने वाली है। जिसकी जानकारी हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी। दरअसल 22 मार्च को उन्होंने संसद को बताया कि दिसंबर 2023 तक भारतीय नागरिक चीन या नेपाल से गुजरे बिना कैलाश मानसरोवर की यात्रा कर पाएंगे। सड़क और राजमार्ग मंत्री गडकरी ने कहा कि उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से एक मार्ग बनाया जा रहा है जो सीधे मानसरोवर तक ले जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड से होकर जाने वाली सड़क न केवल समय यात्रा के समय को कम करेगा बल्कि वर्तमान ट्रैक के विपरीत यात्रियों को एक आसान रास्ता प्रदान करेगा। कैलाश मानसरोवर तीर्थ यात्रा हिन्दुओं के साथ-साथ जैन और बौद्ध धर्म के लोगों के लिए भी काफी महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा है।
लड़ाकू विमान के जरिए पहुंचाई गई सड़क बनाने वाली मशीन
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने संसद में कहा- कि, विशेष हेलिकॉप्टर और लड़ाकू विमान की मदद से -5 डिग्री सेल्सियस तापमान वाले इलाके में सड़क बनाने के लए मशीन पहुंचाई गई है। उन्होंने बताया कि अब बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) का ही काम बचा है। इस मार्ग का 85 फीसदी कार्य को पूरा हो चुका है।
घटेगा कैलाश मानसरोवर यात्रा का समय
सरकार की ओर से यह कहा गया है कि- उत्तराखंड से जुड़ती चीन सीमा पर करीब 80 किलोमीटर लंबाई की सड़क बन रही है। सड़क मुख्य रूप से पिथौरागढ़ से घटियाबागड़ वाया तवाघाट रोड का ही विस्तार है, जो लिपुलेख के पास जुड़ता है। इस रास्ते के खुलने का बाद कैलाश मानसरोवर की यात्रा में लगने वाला समय कई दिन कम होगा।