क्रिकेट की दुनिया में कुछ पारियां सिर्फ स्कोरबोर्ड पर दर्ज नहीं होतीं, वो सीधा दिलों में उतर जाती हैं। IPL 2025 के फाइनल में ऐसा ही करिश्मा हुआ शशांक सिंह के बल्ले से, जब आखिरी ओवर में पंजाब किंग्स को जीत के लिए चाहिए थे 29 रन। सामने थे अनुभवी जोश हेजलवुड, लेकिन हिम्मत और हौसले से खेलने वाले शशांक ने आखिरी चार गेंदों में एक चौका और तीन छक्के लगाकर 22 रन बटोरे। भले ही टीम 6 रन से हार गई, लेकिन शशांक की 61 रन की नाबाद पारी क्रिकेट इतिहास में दर्ज हो गई।
भिलाई का बेटा जिसने सपनों को पंख दिए
21 नवंबर 1991 को छत्तीसगढ़ के भिलाई में जन्मे शशांक सिंह एक सामान्य मिडिल क्लास परिवार से हैं। उनके पिता पुलिस विभाग में कार्यरत रहे, जबकि मां रिलायंस इन्फोकॉम में काम करती थीं। बहन श्रुतिका ONGC में अधिकारी हैं। पिता ने अपने बेटे के जुनून को देखते हुए घर में ही टर्फ पिच बनवा दी। यही प्यार और सपोर्ट शशांक की सबसे बड़ी ताकत बन गया।
मुंबई में सीखी क्रिकेट की ABC
शशांक ने 8 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया और जल्दी ही महसूस किया गया कि प्रोफेशनल कोचिंग जरूरी है। इसके बाद वो मुंबई गए और विद्या पराड़कर की कोचिंग एकेडमी से ट्रेनिंग ली। फिर डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स अकादमी से क्लब क्रिकेट खेला। 2015 में उन्होंने 23 गेंदों पर 65 रन की नाबाद पारी खेली, जिससे मुंबई सिलेक्टर्स की नजर उन पर गई।
मुंबई से छत्तीसगढ़: असली टर्निंग पॉइंट
मुंबई में अधिक मौके न मिलने पर शशांक ने छत्तीसगढ़ लौटने और रणजी ट्रॉफी से खेलने का फैसला किया। 9 दिसंबर 2019 को ओडिशा के खिलाफ डेब्यू करते हुए उन्होंने शानदार गेंदबाज़ी कर 2 विकेट लिए। यही से उनका घरेलू क्रिकेट करियर रफ्तार पकड़ने लगा।
Vijay Hazare Trophy 2023-24 में मणिपुर के खिलाफ 150 रन और 5 विकेट लेकर उन्होंने भारत में लिस्ट-ए क्रिकेट में यह डबल हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड बनाया।
IPL में ‘गलती से खरीदे गए’ शशांक का कमाल
शशांक का IPL सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा, की नीलामी में पंजाब किंग्स ने उन्हें गलती से खरीद लिया, लेकिन यही गलती इतिहास बदल गई। 4 अप्रैल को गुजरात टाइटंस के खिलाफ 61 रन की नाबाद पारी खेलकर मैच जिताया और खुद को एक फिनिशर के तौर पर स्थापित किया।
2017 में दिल्ली डेयरडेविल्स ने खरीदा, लेकिन डेब्यू नहीं मिला।
2019-2020 में राजस्थान रॉयल्स के साथ भी मौके सीमित रहे।
2022 में सनराइजर्स हैदराबाद से डेब्यू किया, लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल पाए।
IPL 2024 -जब विराट की आंखें नम थीं, शशांक चमक रहे थे
3 जून 2025 को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में IPL फाइनल खेला गया। पंजाब को आखिरी दो ओवर में चाहिए थे 41 रन। 19वें ओवर में 13 और 20वें ओवर में 22 रन आए, लेकिन जीत 6 रन से दूर रह गई।
शशांक की नाबाद 61 रन की पारी (30 गेंद, 6 छक्के) ने उन्हें लाखों दिलों का हीरो बना दिया। विराट कोहली की नम आंखें और शशांक के इमोशनल लम्हे ने इस मैच को यादगार बना दिया।
अब भरोसे का नाम हैं शशांक सिंह
शशांक को पंजाब किंग्स ने ₹5.5 करोड़ में रिटेन किया है। कभी 10 लाख की बोली पर बिकने वाले शशांक अब IPL के सबसे भरोसेमंद फिनिशर्स में से एक माने जाते हैं। उनकी कुल संपत्ति लगभग ₹2 करोड़ है, जिसे उन्होंने मेहनत और समर्पण से कमाया है।
वर्तमान में वे छत्तीसगढ़ टी20 लीग में बिलासपुर बुल्स के कप्तान हैं और युवा खिलाड़ियों के लिए रोल मॉडल बन चुके हैं।
पॉजिटिव सार
शशांक सिंह की कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि सपनों, संघर्ष और समर्पण की गाथा है। भिलाई जैसे छोटे शहर से निकलकर उन्होंने बड़े-बड़े मंचों पर खुद को साबित किया। आज वो सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।