

मुंबई शहर जाने का सपना हर किसी का होता है। महानगर कहलाने वाली मुंबई के दो लोग पवित्र ए और उनके पति मोहम्मद रिनस अपने रोजाना की लाइफ रूटिन से कुछ अलग करना चाह रहे थे। भागदौड़ भरी जिंदगी में वे जीवन को एंजॉय करने का मौका नहीं ढूंढ पा रहे थे।
केरल की रहने वाली पवित्र और उनके पति अपने घर जाने का मौका बार-बार ढूंढते थे उन्हें प्रकृति के करीब रहना पसंद था। वे कुछ बेहतर और नेचर से जुड़ा कुछ करना चाहते थे। तभी पवित्र को केरल में सलीम अली फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे एक प्रोजेक्ट की जानकारी मिली। पवित्र ने इस मौके का फायदा उठाया और घर वापस जाने का तरीका खोजने लगी।
नौकरी छोड़ केरल जाने का लिया फैसला
साल 2016 में उन्होंने MNC की नौकरी छोड़ी और सलीम अली फाउंडेशन के लिए प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर के रूप में केरल में ही काम करने का फैसला कर लिया। 1 साल के अंदर उनके पति रिनस ने भी मैकेनिकल इंजीनियर की जॉब छोड़कर पत्नी के पास आ गए। इस दौरान पवित्र और उनके पति को ऑर्गेनिक फार्मिंग शुरू करने के बारे में सोचा। उन्होंने वेल्लांगलुर में ही 15 एकड़ जमीन को लीज पर लिया और परंपरागत राइस धान उगाने के लिए ऑर्गेनिक फार्मिंग की शुरूआत की।
20 एकड़ की में उगा रहे हैं आर्गेनिक धान
पवित्र और उनके पति की मेहनत रंग लाई। आज वे अपनी मेहनत से 20 एकड़ की खेती कर रहे हैं। जिससे वे सालाना 15 टन धान उगाते हैं। पवित्र और उनके पति चावल से बने वैल्यू ऐडेड प्रोडक्ट भी तैयार कर मार्केट में बेचते हैं, इनमें राइस पाउडर और फ्लैट एंड राइस शामिल है।
आसान नहीं थी राह
कॉर्पोरेट दुनिया से सोशल सेक्टर और उसके बाद ऑर्गेनिक फार्मिंग का सफर आसान नहीं था। जब इस दंपत्ति ने फाउंडेशन ज्वाइन किया तो उनकी आमदनी काफी कम हो गई। पवित्र को काफी कम सैलरी मिलती थी जबकि रिनस तकरीबन फ्री में ही काम कर रहे थे।
पवित्र ने एक अखबार में दिए इंटरव्यू में कहा है कि, जमीन से जुड़े लोगों के बीच काम कर काफी खुशी महसूस करती हूं। पवित्र के मुताबिक सोशल सेक्टर में काम करने की वजह से ही उन्हें खेती के लिए प्रेरणा मिली और सोशल सेक्टर के बाद उन्होंने ऑर्गेनिक फार्मिंग सेक्टर में शुरूआत की।