ग्रामीण भारत को तकनीकी रूप से मजबूती दे रहे हैं ये स्टार्टअप्स!




भारत की 70 फीसदी आबादी आज भी ग्रामीण भारत के रूप में अपनी पहचान रखता है। आज भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है जिसके लिए निश्चित रूप से ग्रामीण भारत की उपस्थिति महत्वपूर्ण है। लेकिन दूरस्थ इलाकों में नई तकनीकों को अपनाने के लिए लोग कतराते हैं या उन्हें ये मुश्किल लगता है। ऐसे में भारत के कुछ स्टार्टअप्स हैं जो ग्रामीण भारत को तकनीकी प्रगति से जोड़ने का काम कर रही है। ये कंपनियां डिजिटल भुगतान, एआई या ई-कॉमर्स से ग्रामीण भारत को परिचित करवा रही है।

हेसा (Hesa)

हेसा ग्रामीण भारत में उत्पादों और सेवाओं के डिजिटल लेनदेन को आसान बनाता है। ये एक ऐसा एकीकृत माध्यम है जो व्यापार के लिए सामाजिक, डिजिटल और भौतिक वाणिज्य प्रदान करता है। B टू B मार्केटप्लेस के साथ तेलंगाना में इसका मुख्यालय है। हेसा ने एक वर्ष की छोटी सी अवधि में 700,000 से अधिक ग्राहकों को सेवा उपलब्ध करवा रहा है। इसमें 30,000 ग्रामीण उद्यमियों का नेटवर्क काम करता है वो भी ‘डोरस्टेप एक्सेस’ के साथ। हेसा ने अब तक 65 से भी ज्यादा ब्रांड्स के साथ भागीदारी की है।

कृषि नेटवर्क (Krishi Network)

किसानों के जीवन में कृषि नेटवर्क बदलाव बन रहा है। ये किसानों को कृषि प्रौद्योगिकी से जोड़ रहा है। इसकी शुरूआत आईआईटी खड़गपुर के पूर्व छात्र आशीष मिश्रा और सिद्धांत भोमिया ने मिलकर की है। जिसका उद्देश्य कृषि में तकनीकी के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है। इस माध्यम से किसानों के लिए सूचना की पहुंच आसान हुई है। साथ ही उन्हें अपनी भूमि से अधिक लाभ कमाने में का मौका भी मिला।
ऑनलाइन और ऑफलाइन ये दोनों माध्यमों में उपलब्ध है। कृषि नेटवर्क ऐप के जरिए भी किसानों को मदद उपलब्ध करवाता है। वर्तमान में यह एप हिंदी, मराठी, पंजाबी और अंग्रेजी में सेवाएं उपलब्ध करवाता है जल्द ही इसे दूसरी भारतीय भाषाओं में लॉन्च करने की योजना है। कृषि नेटवर्क किसानों को उनके स्थानीय क्षेत्र के विशेषज्ञों और अन्य कृषि-व्यवसायों से जोड़ने का भी कार्य करता है।

एफआईए ग्लोबल (FIA Global)

2012 में एफआईए ग्लोबल (FIA Global) की शुरूआत की गई, जो खाता खोलने, भुगतान, धन हस्तांतरण, विश्वव्यापी निपटान, क्रेडिट, बीमा और म्यूचुअल फंड सहित वित्तीय सेवाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध करवाता है। FIA के पास एक देशव्यापी नेटवर्क है जो 30 मिलियन ग्राहकों को सेवा दे रहा है। यह स्टार्टअप अगले दो से तीन वर्षों में भारत, नेपाल और बांग्लादेश में भी अपनी नव-बैंकिंग सेवाओं के साथ 10 करोड़ लोगों को सेवा प्रदान करने की योजना बना रहा है।
खास बात ये है कि पिछले दो वर्षों में, FIA ने मशीन लर्निंग (ML) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में निवेश किया है ताकि वित्तीय समावेशन को विकसित करने वाले तकनीकी समाधानों को बढ़ावा दिया जा सके। FIA का AI-ईंधन वाला वित्तीय समावेशन प्लेटफ़ॉर्म FINVESTA अपने 25,000 समावेशन केंद्रों के नेटवर्क के माध्यम से कम वेतन वाले ग्राहकों को सचेत वित्तीय आइटम उत्पादों को एकत्र करता है।

जय किसान (Jai Kisan)

जय किसान मुंबई स्थित ग्रामीण फिनटेक प्लेटफॉर्म है। ये ग्रामीण लोगों के लिए वित्तीय समावेशन को सरल करता है। स्टार्टअप डिजिटल वित्तीय सेवा सहायता प्रदान करता है, जिसकी शुरुआत ऑनलाइन और आय-सृजन, ग्रामीण वाणिज्य लेनदेन के लिए किया गया था।

फसल (Fasal)

फसल कृषि पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक एआई-संचालित प्लेटफॉर्म है। ये खेत पर विभिन्न बढ़ती परिस्थितियों को रिकॉर्ड करने का कार्य करता है। यह किसी भी डिवाइस पर कहीं भी अंतर्दृष्टि देने से पहले ऑन-फार्म भविष्यवाणियां करने के लिए डेटा साइंस और एआई एल्गोरिदम का इस्तेमाल करता है। ये मौसम के पूर्वानुमान, सिंचाई प्रबंधन, कीट और रोग प्रबंधन, उर्वरक, कवकनाशी और कीटनाशक अनुप्रयोग प्रबंधन में मदद करता है और फसल, मिट्टी और मौसम की स्थिति के बारे में रीयल-टाइम अलर्ट भी देता है।

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Dr. Kirti Sisodhia

Content Writer

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