Shree Anna: इन अनाजों को क्यो कहा जाता है “श्री अन्न”?

Shree Anna: मिलेट्स, जिसे हम मोटे अनाज के नाम से जानते हैं उन्हें नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर पहचान मिल रही है। केंद्र सरकार भी मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है। मोटे अनाज बेहद पोषक होते हैं।

भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में मिलेट्स वर्ष का प्रस्ताव रखा था, जिसे 72 देशों का समर्थन मिला। इसी के बाद 5 मार्च 2021 को 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिलेट्स के गुणों के कारण इन्हें ‘श्री अन्न’ नाम दिया है।

कौन से अनाज कहलाते हैं श्री अन्न?

श्री अन्न, मिलेट्स या मोटे अनाज उन अनाजों को कहा जाता है जिनमें पोषक तत्व अधिक होते हैं। ये अनाज अम्ल रहित और ग्लूटेन मुक्त होते हैं, जिससे इनका पाचन आसान होता है। यदि किसी बच्चे या बड़े को कुपोषण है, तो श्री अन्न के नियमित सेवन से उनकी स्थिति में सुधार हो सकता है। मोटे अनाज या श्री अन्न में कुल आठ फसलों को शामिल किया गया है: ज्वार, बाजरा, रागी, सावां, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी और कुट्टू।

आइए जानते हैं श्री अन्न की खासियत और उनसे होने वाले हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में-

1. बाजरा 

बाजरा को पोषक तत्वों का भंडार कहा जा सकता है। इसमें कैल्शियम, आयरन, जिंक, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, और पोटेशियम जैसे खनिज, फाइबर, और विटामिन्स जैसे फोलिक एसिड और बी-विटामिन की भरपूर मात्रा होती है। यह ग्लूटेन मुक्त है, जिससे यह उन लोगों के लिए अच्छा है जिन्हें गेहूं खाने में समस्या होती है। बाजरा वजन कम करने में मदद करता है और मधुमेह के मरीजों के लिए आदर्श भोजन है।

2. रागी 

रागी एक हेल्दी अनाज है और हेल्थ-conscious लोगों के लिए यह गेहूं और चावल का एक अच्छा विकल्प है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और अन्य खनिज होते हैं। बच्चों के लिए रागी खाना उनके ब्रेन डेवलपमेंट में मदद करता है।

3. ज्वार 

राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में ज्वार का इस्तेमाल रोटियों में होता है। यह आयरन, प्रोटीन, और फाइबर का अच्छा स्रोत है। ज्वार में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं।

4. कंगनी 

फॉक्सटेल मिलेट या कंगनी कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होती है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है और आयरन की अच्छी मात्रा प्रदान करती है।

5. कुटकी 

कुटकी, जिसे लिटिल मिलेट्स कहा जाता है, में बी-विटामिन, कैल्शियम, आयरन, जिंक, और पोटेशियम होते हैं। इसका उपयोग खासकर दक्षिण भारत में होता है और यह वजन घटाने में मदद करता है।

6. कोदो 

कोदो में अमीनो एसिड की उच्च मात्रा होती है, जो तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाती है। इसमें कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम, और मैग्नीशियम होते हैं, जो कुपोषण से लड़ने में मदद करते हैं।

7. राजगिरा 

राजगिरा, जिसे रामदाना या चोला भी कहते हैं, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है। यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है और दिल की बीमारियों के खतरे को कम करता है।

8. कुट्टू 

कुट्टू या बकव्हीट मिलेट्स में प्रोटीन, फाइबर और अन्य खनिज होते हैं। इसे व्रत के दौरान फलाहार के रूप में भी खाया जाता है। यह शुगर को नियंत्रित करता है और वजन कम करने में मदद करता है।

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Rishita Diwan

Content Writer

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