हिमाचल प्रदेश में एक सजावटी पौधे से रूट स्टॉक बनाया गया है। जिस पर अब सात किस्मों के गुठलीदार फल लगाए जा सकते हैं। इसे आडू़, प्लम, खुमानी, प्रून, बादाम, एप्रिकॉट और नेक्टि्रन के कॉमन रूट स्टॉक के रूप में सर्च किया गया है। जिससे इसमें सात किस्मों के गुठलीदार फल उगाए जाएंगे।
पूसा स्टोन फ्रूट रूट स्टॉक-102
इस रूट स्टॉक को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के शिमला कार्यालय ने पूसा स्टोन फ्रूट रूट स्टॉक-102 नाम दिया है। हिमाचल प्रदेश में इस रूट स्टॉक पर कलम कर ये पौधे उगाए जा सकेंगे। यह रूट स्टॉक हिमाचल प्रदेश में पारंपरिक तरीके से उगाए जा रहे दूसरे रूट स्टॉक्स से अच्छा होगा। साथ ही विशेषज्ञ ये भी बता रहे हैं कि इसकी अच्छी रोगरोधी क्षमता डेवलप होगी।
क्या है इस रूट स्टॉक की खासियत?
इस पर इन सभी फलों की अच्छी पैदावार देखी गई है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के शिमला कार्यालय के प्रधान वैज्ञानिक ने बताया कि इस रूट स्टॉक को तैयार करने में करीब दस साल लगे हैं। इस पौधे में छोटे-छोटे फल लगते हैं। इसे सजावटी पौधों के बीच गमलों में भी लगाया जा सकता है। इस पर पिछले दस साल से प्रयोग हो रहा है। लेकिन कड़ी मेहनत के बाद आखिर इसमें कामयाबी हासिल कर ही ली गई है। इससे प्रदेश में आडू़, प्लम, खुमानी, प्रून, बादाम, एप्रिकॉट और नेक्टि्रन की पैदावार में इजाफा होगा।
स्टोन फ्रूट्स की काफी मांग
रूट स्टॉक के अलाव इस बार हिमाचल प्रदेश में फसल कम होने के कारण स्टोन फ्रूट्स की भी मांग काफी बढ़ी हैं। किसानों को इसके अच्छे दाम मिले हैं। ब्लैक एंबर किस्म का प्लम फिलहाल 150 से 180 रुपये तक बिका है। हरा बादाम भी 100 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। बता दें कि स्टोन फ्रूट्स प्रदेश में सेब की फसल के विकल्प के तौर पर उगाए जा सकते हैं।