Micro ATM: छत्तीसगढ़ के लिए धान की खेती और धान बिक्री का समय सबसे महत्वपूर्ण होता है। धान का अच्छा समर्थन मूल्य मिलने से किसान पहले ही खुश हैं। इसी बीच प्रदेश के किसानों के लिए एक और अच्छी खबर आ रही है। अब किसानों के पास धान बेचने के बाद तुरंत पैसे लेने का विकल्प रहेगा। इसके लिए सरकार की तरफ से धान उपार्ज केंद्रों में माइक्रो एटीएम (Micro ATM)की व्यवस्था की गई है। आइए जानते हैं क्या है माइक्रो एटीएम और किसान इसका कैसे लाभ ले सकते हैं।
किन्हें मिलेगी Micro ATM की सुविधा?
माइक्रो एटीएम की सुविधा सभी किसानों के लिए नही है। बल्की ये सुविधा प्रदेश के छोटे किसानों के लिए है। छोटे किसान धान को मंडी तक लाने और बेचने तक पैसे लगाते हैं। ऐसे में कई बार उन्हें इसके लिए पैसे उधार लेने पड़ते हैं। धान के लिए गाड़ी की व्यवस्था, हमाल की मजदूरी देने के लिए भी किसान को पैसों की तुरंत जरूरत होती है। इस तरह से अब मंडी से ही पैसे मिल जान पर अब किसानो भटकना नहीं पड़ेगा।
तत्काल कैसे मिलेगा पैसा?
धान बेचने के बाद किसान को अपना एटीएम लेकर धान उपार्जन कर्मचारियों के पास जाना होगा। यहां कर्मचारी किसान का धान माइक्रो एटीएम (Micro ATM) में डालकर उन्हें जितने पैसे चाहिए उसकी रसीद देंगे। फिर रशीद में लिखी हुई रकम मंडी से ही कैश के रूप में किसानों को दे दी जाएगी। माइक्रो एटीएम से किसान एक बार में 2 से 10 हजार तक निकाल सकता है। हालांकी बैंक में भी धान की कीमत 72 घंटे के अंदर आ जाती है।
क्या है Micro ATM?
माइक्रो एटीएम एक तरह की स्वाइप मशीन की तरह है। जैसा की मॉल या किसी भी दुकानों में ऑनलाइन पेमेंट जनरेट करने के लिए उपयोग किया जाता है। इस मशीन पर किसान अपना एटीएम स्वाइप करता है और पिन डालता है। फिर जितनी रकम चाहिए उतना उमाउंट भरा जाता है। इस तरह से वो पैसे किसान के खाते से सरकार के खाते में आ जाते हैं और मंडी कर्मचारी किसान को उतना कैश दे देते हैं।