

पानी की कमी से परेशान हो रहे बुंदेलखंड की तस्वीर अब बदल रही है। यहां की महिलाओं को जल जीवन मिशन से रोजगार के मौके भी मिल रहे हैं। हर घर तक नल से जल पहुंचाने के इस प्रयास में उत्तर प्रदेश सरकार न सिर्फ लोगों के घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचा रही है बल्कि इस प्रोसेस से स्थानीय युवाओं और महिलाओं को रोजगार के मौके भी उपलब्ध करा रही है। जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर ग्रामीण परिवार तक नल से साफ पेयजल पहुंचाना है।
जल जीवन मिशन से खत्म हो रही पानी की समस्या
जल जीवन मिशन के अंतर्गत शुरू हुई भारत सरकार की हर घर नल जल योजना को सरकार ने राज्य के उन जिलों में प्राथमिकता से लागू किया जहां पानी की समस्या कई सालों से थी। मिशन से वर्ष 2024 तक 2,62,29,815 परिवारों तक ‘घरेलू नल कनेक्शन’उपलब्ध कराने के उद्देश्य से काम किया जा रहा है, हर घर जल योजना के तहत प्रत्येक ग्रामीण को प्रतिदिन 55 लीटर पानी की आपूर्ति उद्देश्य है। हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचने से महिलाओं को काफी सहूलियत हुई है। इस मिशन से खासकर बुंदेलखंड और विंध्य में महिलाओं को मीलों दूर से पानी भरकर लाना नही पड़ता। इसके साथ ही कामकाज करने के साथ बच्चों की पढ़ाई में भी समय में भी मदद हो रही है। ये महिलाएं रोजागार स्थापित कर स्वाबलंबी बन रही हैं।
रोजगार से संवर रहा ग्रामीण क्षेत्र
जल जीवन मिशन न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में नल से स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हो रहा है बल्कि होनहार एवं ज़रूरतमंद लोगों को रोज़गार भी मिल रहा है। इसके लिए एक ग्राम पंचायत में 13 युवकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा। इसके अलावा यूपी में 1,16,366 युवाओं को प्लंबिंग, 1,16,366 इलेक्ट्रीशियन, 1,16,366 मोटर मैकेनिक, 1,16,366 फिटर, 1,74,549 राजमिस्त्री, 1,16,366 पम्प ऑपरेटर्स को भी प्रशिक्षण मिल रहा है।
ग्रामीण महिलाएं हो रही स्वावलंबी
यूपी में ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के साथ ही स्वच्छ पेयजल के लिए हर गांव से 5 महिलाओं को जल जांच का प्रशिक्षण मिल रहा है। महिलाएं गांव में फील्ड टेस्ट किट से पानी की जांच करती हैं।
बदल रही बुंदेलखंड की तस्वीर
जल जीवन मिशन ने कई ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की कमी खत्म हुई है। वर्षों से बूंद-बूंद पानी को तड़पने वाले बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्रों की तस्वीर बदल रही है। हर घर में शुद्ध पेयजल का सपना पूरा हुआ है।