Farmer Success Story: कहते हैं अगर मन मे कुछ करने की चाह हो तो सबकुछ पाया जा सकता है। कितनी भी परेशानियां क्यों न आए कुछ बेहतर किया ही जा सकता है। ऐसी ही एक कहानी है रायबरेली के एक गांव में रहने वाले किसान मोहम्मद नफीस की। नफीस सिर्फ 5वीं पढ़े हैं लेकिन उनकी मिसाल आज आस-पास के गांव के हर व्यक्ति को दी जाती है कि उन्होंने कैसे अपना व्यापार शुरू किया। जानते हैं पूरी कहानी।
कौन हैं मोहम्मद नफीस?
ये कहानी है रायबरेली जनपद के बछरावां थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अमवा गांव के रहने वाले मोहम्मद नफीस की। बेहद गरीब परिवार से संबंध रखने वाले नफीस के पिता ने बड़ी मुश्किल से अपने बच्चों को बड़ा किया। आर्थिक तंगी की वजह से नफीस सिर्फ 5वीं तक ही पढ़ पाए। ज्यादा पढ़ नहीं पाए तो काम भी उन्हें मजदूरी वाला ही मिलने लगा। लेकिन नफीस गरीबी से निकलना चाहते थे। वो कुछ ऐसा करन चाहते थे जिससे पैसों की तंगी खत्म हो जाए। इसके बाद उन्होंने अपने स्किल का इस्तेमाल बहुत ही सोच समझकर किया। उन्होंने खजूर की पत्तियों से झाड़ू बनाने के बारे में सोचा। फिर क्या आज नफीस छोटा सा व्यापार कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
कम लागत में अच्छा मुनाफा
नफीस की सफलता की कहानी (Farmer Success Story) काफी प्रेरित करती है। अपने काम के बारे में बात करते हुए नफीस कहते हैं कि झाड़ू बनाना उन्होंने अपने परिवार से ही सीखा है। उनके पिता भी झाड़ू बनाते थे और बहुत ही छोटे स्तर पर करते थे। लेकिन नफीस ने अपनी काबिलियत से इसे एक अच्छे व्यवसाय का रूप दे दिया। नफीस ने अपने व्यापार को शुरू करने के लिए लगभग 10 से 15 हजार रुपए की लागत व्यय की थी। नफीस कहते हैं कि झाड़ू बनाने का काम काफी मेहनत का काम है। खासतौर पर जंगलों से खजूर के पत्ते तोड़कर लाना।
कैसे बनती है झाड़ू?
नफीस कहते हैं कि खजूर की पत्तियों से झाड़ू बनाने के लिए उन्हें पहले पानी में भिगोया जाता है। ये थोड़ा लंबा प्रोसेस होता है। बाद में पत्तों को सुखाकर एक साइड में काटना होता है। पत्तों को इकट्ठा करके एक रबड़ की सहायता से बांधा जाता है और लकड़ी से बनी पाटे पर झाड़ू को छिटकना होता है।
रायबरेली से लेकर लखनऊ तक मांग
मोहम्मद नफीस का व्यापार अच्छा चल रहा है। वो इतनी बढ़िया झाड़ू बनाते हैं कि उनके प्रोडक्ट की मांग आस-पास के अलावा रायबरेली और लखनऊ में भी है। नफीस कहते हैं कि उन्हें अपने इस व्यापार से अच्छा मुनाफा मिल रहा है महीने में लागत निकालने के बाद उन्हें 50 हजार रुपए तक मिल जाते हैं।
Positive सार
नफीस नाम के इस किसान की सफलता (Farmer Success Story) काफी प्रेरणादायी है। नफीस अपने काम से ये संदेश देते हैं कि आपके जीवन मे चुनौतियां तो आती रहेंगी। आपकी कोशिश होनी चाहिए कि आप उससे अच्छे तरीके से डील करें।