किसानों के लिए लाभदायक होते हैं किसान उत्पादक समूह, जानें कैसे किसान ले सकते हैं इसका लाभ!



Farmer Production Organization: किसानों की मदद के लिए ‘किसान उत्पादक संगठन’ का गठन किया गया है। ये संगठन खेती-किसानी में आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए मदद करते हैं। कई बार यही एकजुटता सामाजिक और आर्थिक सहयोग की मिसाल कायम करते हैं। आज कृषि क्षेत्र में बढ़ रही खुशहाली का श्रेय किसान उत्पादक संगठनों को भी जाता है, जिनसे जुड़कर ना जाने कितने ही किसान अब अपने भविष्य को लेकर निश्चिंत हैं।

किसान उत्पादक संगठन के बारे में

किसानों द्वारा बनाया गया एक स्वयं सहायता समूह को ही किसान उत्पादक संगठन (Farmers Producer Organization (FPO) कहते हैं। इन संगठनों में किसान ही किसान की मदद करते हैं। किसान इन उत्पादक संगठनों से जुड़कर सस्ते दामों पर बीज, खाद, उर्वरक, कीटनाशक, मशीनरी, ग्रीन हाउस, पॉलीहाउस, कृषि तकनीक, मार्केट लिंकेज, ट्रेनिंग, नेटवर्किंग, आर्थिक मदद और तकनीकी सहयोग ले सकते हैं, ताकि किसानों का मनोबल बढ़े और खेती के लिए वे प्रोत्साहित हों।

किसान उत्पादन संगठन

किसान उत्पादन संगठन पूरी तरह से किसानों का संगठन है। इन संगठनों में सदस्य किसान ही एक दूसरे की मदद करते हैं। हर किसान उत्पादक संगठन में कम से 11 किसानों का होना अनिवार्य होता है। इस संगठन में छोटे-बड़े सभी तरह के किसान होते हैं। यहां आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग के किसान भी सदस्य किसान होते हैं। ये एफपीओ अपने सदस्य किसानों को आपसी सहयोग से लोन, फसल की बिक्री, पैकेजिंग, ट्रांसपोर्टेशन, मार्केटिंग आदि की सुविधा देते हैं, ताकि किसान को इधक-उधर भटकना न पड़े।

सरकार करती है मदद

केंद्र सरकार की ओर से किसान उत्पादक संगठनों की स्थापना को प्रोत्साहन दिया जाता है। इसके लिए किसान उत्पादन संगठन योजना भी सरकार चला रही है। जिसके तहत आवेदन करने पर 3 साल तक किसानों के हित में काम करने वाले किसान उत्पादक संगठन को 15 लाख रुपये की सहायता राशि भी सरकार मुहैया करवाती है।

किसान कर सकते हैं आवेदन

जो भी व्यक्ति किसान उत्पादक संगठन से जुड़ना चाहता हैं वो अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकता है। वहीं जो किसान मिलकर नया एफपीओ बनाना चाहते हैं तो एक नाम सुझाकर कंपनी एक्ट के तहत रजिस्टर भी करवा सकते हैं। किसान उत्पादक संगठन के सभी सदस्यों का किसान होना अनिवार्य है वही किसान भारत का नागरिक भी होना चाहिए।

आवेदन के दौरान किसानों को अपने आधार कार्ड, स्थायी निवासी प्रमाण पत्र, जमीन के कागजात, बैंक खाते की डिटेल, पासपोर्ट साइज फोटो और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर देना होता है। जानकारी के लिए ऑफिशियल वेबसाइट 

http://sfacindia.com/FPOS.aspx पर किसान आवेदन कर सकते हैं।

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Dr. Kirti Sisodhia

Content Writer

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