CG dhan kharidi
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाया जा रहा धान खरीदी अभियान इस वर्ष और अधिक सुचारू, पारदर्शी और किसान-हितैषी रूप में आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के स्पष्ट निर्देशों के बाद प्रदेश के सभी जिलों में खरीदी की प्रक्रिया को व्यवस्थित और सुविधाजनक बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसी क्रम में जशपुर जिले के 46 धान खरीदी केंद्रों में आवश्यक संसाधनों, बेहतर प्रबंधन और किसानों की जरूरतों को प्राथमिकता देते हुए पूरी व्यवस्था को मजबूत किया गया है, जिससे कि प्रत्येक पंजीकृत किसान बिना किसी बाधा के अपना धान बेच सके।
धान खरीदी सुचारू और संतोषजनक
धान खरीदी केंद्रों में व्यवस्थाएं इतनी व्यवस्थित हैं कि किसान अपने निर्धारित दिन व समय पर पहुंचकर बिना किसी प्रतीक्षा, अव्यवस्था या भ्रम के अपनी खरीदी प्रक्रिया पूरी कर पा रहे हैं। प्रशासन द्वारा सभी केंद्रों को पहले से निर्देशित किया गया है कि किसानों के धान को प्राथमिकता से खरीदा जाए और किसी भी प्रकार की देरी, औपचारिक अड़चन या तकनीकी समस्या से बचा जाए। इसी व्यवस्था की सफलता का उदाहरण पत्थलगांव विकासखंड के बागबहार धान खरीदी केंद्र में देखने को मिला।
यहां ग्राम मयूरनांचा के किसान सुशांत कुमार साहू ने अपने धान की बिक्री की और बताया कि केंद्र में व्यवस्था अत्यंत संतोषजनक पाई गई। कर्मचारियों का व्यवहार सहयोगपूर्ण था और तौल से लेकर रसीद प्राप्त करने तक पूरी प्रक्रिया बिना किसी कठिनाई के पूरी हुई। उन्होंने बताया कि सोसायटी में उनका पंजीयन पहले से सही तरीके से उपलब्ध था, जिससे कोई अतिरिक्त समय नष्ट नहीं हुआ और खरीदी प्रक्रिया सहज रूप से संपन्न हुई।
बेहतर सुविधाएँ किसानों के लिए राहत
धान खरीदी केंद्रों में किसानों को सिर्फ खरीदी सुविधा ही नहीं, बल्कि अन्य आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सुशांत कुमार ने बताया कि केंद्र में पीने के पानी की व्यवस्था, बैठने के लिए पर्याप्त स्थान और अन्य आवश्यक सुविधाएँ सुचारू रूप से उपलब्ध थीं। इससे किसान प्रतीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी से बचे रहते हैं। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि किसान केंद्र से संतोष के साथ लौटें और उनकी मेहनत का उचित मूल्य बिना किसी बाधा के मिल सके।
पारदर्शिता और सुविधा को प्राथमिकता
प्रदेश सरकार किसानों को धान बेचने के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से दूर रखने के लिए लगातार सुधार और निगरानी कर रही है। जशपुर जिले में इस वर्ष खरीदी को प्रभावी बनाने के लिए विशेष टास्क टीम, नियमित निरीक्षण, ऑनलाइन पंजीयन सत्यापन और समय पर भुगतान जैसी प्रक्रियाओं पर जोर दिया गया है। इससे किसानों में भरोसा बढ़ा है और वे बिना किसी संदेह या समस्या के खरीदी केंद्रों तक पहुंच रहे हैं।
इसके साथ ही, केंद्रों पर लगाए गए सूचना बोर्ड, पंजीयन सूची, तौल मशीनों की सुरक्षा जांच और रसीद प्रणाली ने पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बना दिया है। जिले में धान खरीदी के दौरान व्यवस्था को मजबूत बनाने के इन प्रयासों का लाभ किसानों तक सीधे पहुंच रहा है, जिसके परिणामस्वरूप बेहतर अनुभव और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई मजबूती मिल रही है।
किसानों की संतुष्टि ही लक्ष्य
धान खरीदी केंद्रों का उद्देश्य सिर्फ धान खरीदना नहीं, बल्कि किसानों को सम्मान, सुविधा और विश्वास देना भी है। जशपुर जिले में इस वर्ष की खरीदी व्यवस्था इस बात का प्रमाण है कि प्रशासन किसान हितों को सर्वोपरि रखते हुए केंद्रों को अधिक सुगम बना रहा है। सरकार और प्रशासन द्वारा किए गए सुधार और प्रयास किसानों के जीवन में वास्तविक परिवर्तन ला रहे हैं और उन्हें यह भरोसा दे रहे हैं कि उनकी फसल का उचित मूल्य और सम्मान सुरक्षित है।

