HIGHLIGHTS:
- भारतीय अर्थशास्त्री Jayati Ghosh यूएन सलाहकार बोर्ड में शामिल हुईं
- यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स आम्हर्स्ट में प्रोफेसर हैं घोष
- जेएनयू में भी रह चुकी हैं प्रोफेसर
Indian Economist, Jayati Ghosh को यूएन महासचिव (UN Secretary General) एंटोनियो गुटेरस (António Guterres) ने यूएन (UN) के उच्च स्तरीय सलाहकार बोर्ड में नियुक्त किया है। यह बोर्ड कोविड-19 के बाद होने वाली प्रमुख सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों पर प्रतिक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव को सुझाव देगी। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख गुटेरेस ने 18 मार्च को लाइबेरिया के पूर्व राष्ट्रपति और नोबेल पुरस्कार विजेता एलेन जॉनसन सरलीफ और स्वीडन के पूर्व प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन की सह-अध्यक्षता में इस एडवाइजरी बोर्ड का गठन किया।
Honoured to be in this impressive group working towards a new, viable vision for effective and just multilateralism.https://t.co/k45t1NYcUX pic.twitter.com/Ob0LfI7NSd
— Jayati Ghosh (@Jayati1609) March 20, 2022
कौन हैं Jayati Ghosh?
66 वर्षीय इकोनॉमिस्ट जयती घोष फिलहाल यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स आम्हर्स्ट (University of Massachusetts Amherst) में प्रोफेसर हैं। उन्होंने भारत के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में लगभग 35 वर्षों तक अर्थशास्त्र पढ़ाया है। घोष सोशियोलॉजी में मास्टर्स हैं और उन्होंने अपनी पीएचडी कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से पूरी की है। उन्होंने अब तक 19 किताबों को लिखा और एडिट किया है।
पिछले साल यूएन के एजवाइजरी बोर्ड में हुई थीं शामिल
जनवरी 2021 में यूएन महासचिव (UN Secretary General) एंटोनियो गुटेरस (António Guterres) ने जयती घोष को यूएन के एडवाइजरी बोर्ड में नियुक्त किया था। जिसमें दुनिया के 19 विचारक और पर्सनालिटिज (Personalities) शामिल थे।
वर्तमान में गठित इस उच्च स्तरीय सलाहकार 12 सदस्यीय बोर्ड में जयती घोष के साथ थरमन शनमुगरत्नम, सिंगापुर के वरिष्ठ मंत्री, और ऐनी-मैरी स्लॉटर, यूएस-आधारित थिंक टैंक न्यू अमेरिका के सीईओ, प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में राजनीति और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के प्रोफेसर एमेरिटा और अमेरिकी विदेश विभाग में नीति और योजना के पूर्व निदेशक शामिल हैं।