वैसे तो बचत हर इंसान करना चाहता है और उन बचत पर लाभ मिले तो सेविंग्स को लेकर एक सकारात्मक प्रेरणा मिलती है। पर कई बार छोटी बचत के इनवेस्टमेंट की से जुड़ी जानकारी नहीं होने की वजह से इन सेविंग्स का लाभ नहीं मिल पाता। ऐसे में यह न्यूज आपके काम की हो सकती है।
नए वित्त वर्ष से फाइनेंस से जुड़ी कई नियमों को बदला गया है, ऐसे में सेविंग्स पॉलिसी और स्कीम्स पर भी असर पड़ा है। लेकिन अगर आप अगर आप छोटी सेविंग्स करते हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। जैसे पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC), किसान विकास पत्र (KVP) और सुकन्या समृद्धि योजना और पोस्ट ऑफिस की सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में फिलहाल कोई कटौती नहीं की गई है। यानी अप्रैल से जून के दौरान आपको वही ब्याज दर मिलेगी, जो वर्तमान में मिल रही है। स्मॉल सेविंग्स स्कीम की ब्याज दरें नहीं बदलने से बचतकर्ताओं को एक बड़ी राहत मिली है।
किस स्कीम पर कितना मिलेगा ब्याज?
सुकन्या समृद्धि योजना पर निवेशकों को 7.60% का ब्याज चलता रहेगा। जबकि नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) पर 6.8% का ब्याज, पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी PPF पर 7.1% का ब्याज मिलेगा। किसान विकास पत्र में निवेश करने पर 6.9% का ब्याज मिलेगा वहीं वरिष्ठ नागरिकों को 7.4% का ब्याज मिलेगा।
बड़े काम की हैं छोटी बचत योजनाएं
सरकार के लिए छोटी बचत योजनाएं पैसा जुटाने का एक आसान तरीका हैं। वित्त वर्ष 2020-21 में छोटी बचत योजनाओं के जरिए ही 3.91 लाख करोड़ रुपए जुटाए गए हैं। वित्तीय घाटे की भरपाई के लिए सरकार को छोटी बचत योजनाओं से ही उधार मिलती है।
हर तिमाही में की जाती है ब्याज दरों की समीक्षा
स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों की हर तिमाही में समीक्षा की जाती है इन योजनाओं की ब्याज दरों को तय करने का फॉर्मूला 2016 श्यामला गोपीनाथ समिति ने दिया था। समिति ने यह सुझाव दिया था कि इन स्कीम की ब्याज दरें समान मैच्योरिटी वाले सरकारी बांड के यील्ड से 0.25-1.00% ज्यादा होनी चाहिए।