Chess Olympiad: ग्रैंडमास्टर हरिका द्रोणावल्ली ने 9 महीने की गर्भवती होने के दौरान चेस ओलंपियाड में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने अपनी जीत के बाद एक तस्वीर शेयर कर लिखा कि “मैंने हमेशा पोडियम पर खड़े होने का सपना देखा था…और आखिरकर यह सच हुआ। यह मेरे 9 महीने की गर्भावस्था के दौरान हुआ जो ज्यादा भावनात्मक पल था।” हरिका पिछले 18 साल से भारतीय महिला टीम की रीढ़ रही हैं और वह लगातार अपना आठवां ओलंपियाड खेलते हुए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हो गई हैं।
8 महीने की गर्भवती हरिका ने अपनी जीत के पहले यह कहा था कि- वह अब भी मानसिक रूप से काफी मजबूत हैं और अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश में लगी हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि- ‘मैंने खुद को सर्वश्रेष्ठ रूप में रखने की कोशिश की है और शतरंज के लिहाज से मैंने अपना अभ्यास भी जारी रखा है। पिछले सप्ताह तक कुछ ऑनलाइन शतरंज स्पर्धाओं में मैं लगातार खेली हूं। मैं टीम को लेकर बहुत ही खुश हूं और मुझे इस बात का यकीन है कि हम अपनी क्षमता
से ऊपर प्रदर्शन करने के इच्छुक होंगे और साबित करेंगे।’
हरिका के साथ हीकोनेरू हम्पी भी भारतीय टीम का हिस्सा हैं। हरिका ने कहा, था की ‘हम सभी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं ताकि प्रायोजकों को भारत में अधिक से अधिक प्रतिष्ठित टूर्नामेंटों की मेजबानी करने के लिए प्रेरित करें। सकारात्मक है कि भारत में शतरंज को लेकर धारणा अब बदल गई है और इस ओलंपियाड की मेजबानी का शतरंज के सभी पहलुओं पर बड़ा ही प्रभाव पड़ेगा।