Online Gaming: हाल में भारत के घरेलू ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री ने काफी ग्रोथ की है। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप और वेंचर कैपिटल फर्म सिकोइया के अनुसार, भारत में अभी ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री सालाना 38% की रफ्तार ग्रोथ कर रही है। 5जी टेलीकॉम सर्विसेस शुरू होने के बाद यह ग्रोथ और रफ्तार पकड़ेगी। इसके मुकाबले अमेरिका में यह इंडस्ट्री सिर्फ 10% और चीन में 8% की रफ्तार की तेजी से बढ़ी है।
केपीएमजी कहता है कि, देश में अभी 400 से ज्यादा गेमिंग कंपनियां काम कर रही हैं और करीब 42 करोड़ ऑनलाइन गेमर्स भी एक्टिव हैं। इनकी इससे ज्यादा संख्या सिर्फ चीन में है। जिसकी बदौलत भारत दुनिया के शीर्ष पांच मोबाइल गेमिंग बाजारों में खड़ा हो गया है। केपीएमजी ने यह अनुमान भी लगाया है कि वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर तक भारतीय गेमिंग इंडस्ट्री की आय 29,400 करोड़ से ऊपर हो जाएगी। जो 2020-21 में 14,311 करोड़ रुपए की थी।
गूगल-माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों का प्रोजेक्ट्स
गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां पहले से क्लाउड गेमिंग प्रोजेक्ट्स पर एक्टिव हैं और काम कर रही हैं। गूगल ने 2020 में 4जी और 5जी नेटवर्क पर स्टैडिया क्लाउड गेमिंग का परीक्षण किया और माइक्रोसॉफ्ट भी कोरियाई कंपनी एसके टेलीकॉम का साथ काम कर रही है।
भारती एयरटेल डिजिटल के CEO आदर्श नायर ने एक अखबार से कहा है कि गेमिंग हमारी बिजनेस स्ट्रैटजी का फोकस एरिया है। चूंकि 5जी टेक्नोलॉजी में लो लेटेंसी के साथ हाई स्पीड दी जा रही है, इसलिए क्लाउड गेमिंग के लिए 5जी का सबसे ज्यादा उपयोगा होगा।
5जी के साथ देश में शुरू होगा क्लाउड गेमिंग का दौर
इस साल के आखिर तक देश में 5जी सेवाएं शुरू होने जा रही हैं। इससे पहले फ्रांसीसी क्लाउड गेमिंग फर्म ब्लैकनट, रिलायंस जियो और एयरटेल से बातचीत कर रही है, ताकि भारत में 5जी नेटवर्क के साथ क्लाउड गेमिंग सर्विस लॉन्च की जा सके।