भारत के दिग्गज उद्योगपति गौतम अडाणी अगले दस सालों में भारत में 100 बिलियन डॉलर इन्वेस्ट करेंगे जो कि भारत के लिए भारतीय अर्थव्य्वस्था, बिजनेस और नौकरियों के लिए काफी मायने रखता है। दरअसल अडाणी ग्रुप के चेयरमैन और फोर्ब्स के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर काबिज गौतम अडाणी का कहना है कि अडाणी ग्रुप अगले 10 सालों में 100 बिलियन डॉलर (करीब 8.13 लाख करोड़ रुपए) इन्वेस्ट करने वाला है। इसमें ज्यादातर इन्वेस्टमेंट ग्रीन एनर्जी प्रोडक्शन पर रहेगा। फोर्ब्स ने 20वीं ‘ग्लोबल CEO कॉन्फ्रेंस’ आयोजित की थी। यहां अडाणी ने कंपनी का फ्यूचर इन्वेस्टमेंट प्लान समझाया।
एनर्जी ट्रांजिशन स्पेस में इन्वेस्टमेंट
गौतम अडाणी ने कहा कि, ‘ग्रुप के रूप में हम 100 बिलियन डॉलर इन्वेस्ट करेंगे। इसका 70 फीसदी हिस्सा (करीब 5.69 लाख करोड़ रुपए) एनर्जी ट्रांजिशन स्पेस में इन्वेस्ट किया जाएगा। सोलर इंडस्ट्री में हम टॉप पर हैं, आगे हम और भी ऊंचाइंयों को छूने का प्रयास करेंगे।’
उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी इंटीग्रेटेड हाइड्रोजन-बेस्ड वैल्यू चैन में 70 बिलियन डॉलर इनवेस्ट करेगी। उनका मेजर फोकस एनर्जी ट्रांजिशन स्पेस को बढ़ाने पर है।
कंपनी इस वक्त 20 गीगावॉट (20GW) रिन्यूएबल एनर्जी यानी कि ग्रीन एनर्जी प्रोडक्शन पर काम कर रही है। आने वाले 10 सालों में 45GW हाइब्रिड रिन्यूएबल पावर जनरेट करेंगे। इसे एक लाख हेक्टेयर के एरिया में विस्तार करेंगे।
इंडिया में होगी 3 गीगा फैक्ट्री
अडाणी ग्रुप 3 मिलियन मीट्रिक टन ग्रीन एनर्जी का कमर्शियलाइजेशन करने वाला है। इंडिया में 3 गीगा फैक्टरीज भी बिल्ड होंगे। कंपनी 10GW सिलिकॉन बेस्ड फोटोवोल्टिक वैल्यू चैन भी बना रही है। जो रो सिलिकॉन से सोलर पैनल, 10GW इंटीग्रेटेड विंड मिल मेकिंग और 5GW हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर फैक्ट्री से भी जुड़ा होगा।
भारत बनेगा एनर्जी एक्सपोर्टर
अडाणी बोले कि वे कम खर्चे में ग्रीन इलेक्ट्रॉन और ग्रीन हाइड्रोजन प्रोड्यूस करने पर फोकस कर रहे हैं। अगर एक्सपेरिमेंट सफल हुआ तो ये भारत के लिए गेमचेंजर साबित होगा। इससे इंडिया में एनर्जी एक्सपोर्ट करने के रास्ते खुलेंगे। इसके चलते जल्द ही देश की पहचान एनर्जी एक्सपोर्टर के रूप होगी।